जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि बच्चों को सही पोषण मिले इसके लिए उनके माता-पिता रात-दिन मेहनत करते हैं। लेकिन अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों, मदरसों आदि में पढ़ने वाले करीब 62 लाख बच्चों के अभिभावकों को यह चिंता करने की जरूरत नहीं है। हमारे नौनिहालों के लिए सरकार ने अन्नपूर्णा दूध योजना शुरू की है। जब ये बच्चे मिड-डे मील के साथ दूध पीकर स्वस्थ बनेंगे, तो हमारा आने वाला कल बेहतर होगा।
जयपुर के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय, दहमी कलां में अन्नपूर्णा दूध योजना के राज्य स्तरीय शुभारम्भ समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि यह योजना हमारे खुशहाल और स्वस्थ भविष्य की नींव है।
मां की तरह बच्चों को दूध उपलब्ध कराएं महिला समितियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भी एक मां हूं और मैं जानती हूं कि अपने बच्चे को तंदुरूस्त देखने का सुख क्या होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 8वीं कक्षा तक के सभी सरकारी स्कूलों, मदरसों आदि में पढ़ने वाले हर बच्चे को सप्ताह में तीन दिन ताजा, शुद्ध और पौष्टिक गर्म दूध मिलेगा। उन्होंनेे इस योजना में महिला दुग्ध उत्पादक समितियों के जरिए दूध की आपूर्ति को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह एक माता अपने बच्चों के दूध के लिए गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करतीं। उसी तरह महिला दुग्ध उत्पादक समितियों से जुड़ी महिलाएं भी गुणवत्ता बनाए रखेंगी।
जयपुर के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय, दहमी कलां में अन्नपूर्णा दूध योजना के राज्य स्तरीय शुभारम्भ समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि यह योजना हमारे खुशहाल और स्वस्थ भविष्य की नींव है।
मां की तरह बच्चों को दूध उपलब्ध कराएं महिला समितियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भी एक मां हूं और मैं जानती हूं कि अपने बच्चे को तंदुरूस्त देखने का सुख क्या होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 8वीं कक्षा तक के सभी सरकारी स्कूलों, मदरसों आदि में पढ़ने वाले हर बच्चे को सप्ताह में तीन दिन ताजा, शुद्ध और पौष्टिक गर्म दूध मिलेगा। उन्होंनेे इस योजना में महिला दुग्ध उत्पादक समितियों के जरिए दूध की आपूर्ति को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह एक माता अपने बच्चों के दूध के लिए गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करतीं। उसी तरह महिला दुग्ध उत्पादक समितियों से जुड़ी महिलाएं भी गुणवत्ता बनाए रखेंगी।

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