जयपुर। प्रदेश दौरे पर आई अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी सभागार में प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर प्रदेश की भाजपा सरकार को विभिन्न मुद्दों को लेकर आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्थिती बेहद शर्मनाक है। सुराज का वादा करके बीजेपी राज्य की सत्ता में आई थी। लेकिन आज सुराज नहीं कुराज है। महिला अपराध और दहेज हत्या में राजस्थान 5वें स्थान पर आ गया है। हाल ही में हुई कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में महिलाओं पर ड्रेस कोड थोपा गया। और कैंची से उनके कपड़े काटे गए।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने किसान आत्महत्या, दलित अत्याचार, जयपुर शहर में विकास के नाम पर मंदिर तोड़े जाने, प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में गौशालाओं में कुपोषण, भूख और बीमारी के कारण हुईं गायों की मौतों, बेरोज़गारी की समस्या, बजरी खनन पर रोक से श्रमिकों का काम ठप पड़ जाने समेत विभिन्न मुद्दों पर वसुंधरा सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश घोटालों की खान है। चाहे खनन घोटाला हो या स्मार्ट सिटी के नाम पर पैसों की बर्बादी और घोटाला। प्रदेश में अनेकों परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। सरकार इतनी नाकाम है कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान नकल पर नकेल कसने की बजाय दो दिन तक इंटरनेट बंद कर दिया। लेकिन जनता को हुई परेशानी को सरकार ने नहीं देखा।
वक्ता-प्रवक्ता के साक्षात्कार के दौरान अशोक गहलोत और सचिन पायलट को लेकर पूछे गए सवाल पर घिर गई। ये सवाल सामने आने पर प्रियंका बगले झांकने लगीं। उन्होंने इसे मीडिया की मनगढंत कहानी करार दे खुत को बचाने की कोशिश की।
कांग्रेस के प्रवक्ता के लिए पीसीसी में रखे गए साक्षात्कार में प्रतिभागियों से राष्ट्रीय प्रवक्ता ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट को लेकर सवाल पूछे थे। उन्होंने प्रतिभागियों से पूछा था कि प्रदेश कांग्रेस की लीडरशिप में अशोक गहलोत और सचिन पायलट में से कौन बेस्ट है। साथ ही किसमें क्या-क्या ख़ूबी आप देखते हैं।
इसके साथ ही प्रतिभागियों से यह भी पूछा गया कि आप व्यक्तिगत रूप से गहलोत या पायलट में से किसे पसंद करते हैं। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जब प्रियंका से इस संबंध में सवाल किए गए तो उन्होंने इसे मीडिया की मनगढ़ंत कहानी करार दी। साथ ही उन्होंने इसकी खुद से पुष्टि करने को लेकर नसीहत भी दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्थिती बेहद शर्मनाक है। सुराज का वादा करके बीजेपी राज्य की सत्ता में आई थी। लेकिन आज सुराज नहीं कुराज है। महिला अपराध और दहेज हत्या में राजस्थान 5वें स्थान पर आ गया है। हाल ही में हुई कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में महिलाओं पर ड्रेस कोड थोपा गया। और कैंची से उनके कपड़े काटे गए।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने किसान आत्महत्या, दलित अत्याचार, जयपुर शहर में विकास के नाम पर मंदिर तोड़े जाने, प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में गौशालाओं में कुपोषण, भूख और बीमारी के कारण हुईं गायों की मौतों, बेरोज़गारी की समस्या, बजरी खनन पर रोक से श्रमिकों का काम ठप पड़ जाने समेत विभिन्न मुद्दों पर वसुंधरा सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश घोटालों की खान है। चाहे खनन घोटाला हो या स्मार्ट सिटी के नाम पर पैसों की बर्बादी और घोटाला। प्रदेश में अनेकों परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। सरकार इतनी नाकाम है कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान नकल पर नकेल कसने की बजाय दो दिन तक इंटरनेट बंद कर दिया। लेकिन जनता को हुई परेशानी को सरकार ने नहीं देखा।
वक्ता-प्रवक्ता के साक्षात्कार के दौरान अशोक गहलोत और सचिन पायलट को लेकर पूछे गए सवाल पर घिर गई। ये सवाल सामने आने पर प्रियंका बगले झांकने लगीं। उन्होंने इसे मीडिया की मनगढंत कहानी करार दे खुत को बचाने की कोशिश की।
कांग्रेस के प्रवक्ता के लिए पीसीसी में रखे गए साक्षात्कार में प्रतिभागियों से राष्ट्रीय प्रवक्ता ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट को लेकर सवाल पूछे थे। उन्होंने प्रतिभागियों से पूछा था कि प्रदेश कांग्रेस की लीडरशिप में अशोक गहलोत और सचिन पायलट में से कौन बेस्ट है। साथ ही किसमें क्या-क्या ख़ूबी आप देखते हैं।
इसके साथ ही प्रतिभागियों से यह भी पूछा गया कि आप व्यक्तिगत रूप से गहलोत या पायलट में से किसे पसंद करते हैं। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जब प्रियंका से इस संबंध में सवाल किए गए तो उन्होंने इसे मीडिया की मनगढ़ंत कहानी करार दी। साथ ही उन्होंने इसकी खुद से पुष्टि करने को लेकर नसीहत भी दी।

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