मंगलवार, 10 जुलाई 2018

संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से, स्पीकर ने सांसदों को लिखा भावुक पत्र

संसद के मानसून सत्र से पहले लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सांसदों को एक भावुक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर सांसद अतीत में दूसरे दलों के आचरण का हवाला देते हुए व्यवधान को उचित ठहरायेंगे, तब संसद में ‘व्यवधान का चक्र' कभी खत्म नहीं होगा. ‘सांसदों को उनकी नैतिक जिम्मेदारी' की याद दिलाते हुए सुमित्रा महाजन ने उनसे सदन में सुचारू कामकाज सुनिश्चित करने की अपील की. उन्होंने कहा कि अब 16वीं लोकसभा के मात्र तीन सत्र बचे हैं और उन्होंने कामकाज में सहयोग के लिए गीता का उद्धरण पेश किया. उधर, केंद्र सरकार ने संसद सत्र के संचालन से पूर्व 17 जुलाई को सर्वदलीय बैठक बुलायी है. संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होकर 10 अगस्त तक चलेगा और इस दौरान 18 बैठकें होंगी. इसके बाद मौजूदा लोकसभा के दो सत्र शीत व बजट बच जाएंगे.

अध्यक्ष ने कहा कि सांसदों को यह ध्यान रखना चाहिए कि संसद में उनके आचरण और चर्चा की गुणवत्ता का युवाओं के विचारों पर गहरा प्रभाव पड़ता है. सुमित्रा महाजन ने इस संबंध में श्रीमद भावगत गीता के श्लोक का भी जिक्र किया कि एक नेक व्यक्ति जो कुछ करता है, दूसरे उसका अनुसरण करते हैं.

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