शनिवार, 14 जुलाई 2018

प्रदेश भाजपा का नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष सावधान !

भाजपाध्यक्ष और मुख्यमंत्री के कार्यों का बट्टा लगा रहे हैं पार्टी के ही पदाधिकारी


जयपुर । भाजपा की राजस्थान प्रदेश में सरकार बने साढ़े चार साल से अधिक हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद खुद मुख्यमंत्री वसुंधर राजे भाईचारे, सोहार्द व आत्मीयता से जनता के समक्ष जातीं हैं और मिलतीं हैं। इस पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष मदनलाल सैनी का जमीनी जुड़ाव और लोगों से मिलना इतना सहज है कि किसी को पता ही नहीं चलता वो दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के राजस्थान इकाई अध्यक्ष हैं। किंतु इसी पार्टी में कुछ पदाधिकारियों के सिर पर सत्ता का नशा इस कदर सवार है कि आए दिन किस्से—कहानी बन रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और बीजेपी अध्यक्ष मदनलाल सैनी ने सभी पदाधिकारियों व भाजपा कार्यकर्ताओं से जनता के बीच जाने और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं को पूरी इमानदारी से बताने का आव्हान कर रखा है, लेकिन जब इन योजनाओं और पार्टी के कार्यकलापों को लेकर पदाधिकारी अपने कर्मों से किस्से बना दें तो मुख्यमंत्री की सरलता और अध्यक्ष की सहजता कहां तक काम करेगी?


पदाधिकारियों के ऐसे जनता के साथ दुर्व्यवहार अनेकों किस्से इतिहास बन चुके हैं, लेकिन जब इस तरह के वाकये मीडिया, पत्रकारों के साथ होने लगें, जो कि पार्टी व सरकार का प्रचार करने का सबसे बड़ा माध्यम हैं, तो इस तरह के प्रहार के परिणामस्वरुप पार्टी को नुकसान होने से नहीं बचाया जा सकता। ताजा किस्सा पार्टी की उस विंग का है, जिसको प्रचार—प्रसार करने और पत्रकारों से सहज, सरल और आत्मीय संबंध बनाने का जिम्मा दिया गया है। जी, हां! हम बात कर रहे हैं भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रकोष्ठ की। इस प्रकोष्ठ में आजकल दो मुखिया हैं। एक पदाधिकारियों के माध्यम से मीडिया से संबंध रखते हैं और दूसरे सीधे पत्रकारों को सूचनाएं देने, खबरों के प्रकाशन, सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए समय—समय पर विज्ञप्तियों का मीडिया संस्थानों व पत्रकारों तक उनका प्रसार करना होता है।

बीते दिनों जब पीएम नरेंद्र मोदी की जयपुर में सभा आयोजित की गई, तो उससे पहले पार्टी के पदाधिकारियों और मंत्रियों ने भूमि पूजन कर अमरूदों के बाग में पूजा—अर्चना की। इस कार्यक्रम की प्रेस विज्ञप्ति व फोटो पत्रकारों को ई—मेल की गई। इस ई—मेल में मीडिया प्रकोष्ठ ने नव निवार्चित अध्यक्ष मदनलाल सैनी को दरकिरार कर दिया। जिसको लेकर जहां सोशल मीडिया पर थू—थू हुई, वहीं कुछ मीडिया संस्थानों व पत्रकारों ने भी इस मुद्दे को इस प्रकोष्ठ की गलती मानते हुए उजागर किया। यह खबर मीडिया के माध्यम से खुद अध्यक्ष मदनलाल सैनी व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तक पहुंच गई। आगे से इस तरह की गलती नहीं करने की सीख नहीं लेने के बजाए भाजपा मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख आनंद शर्मा को नागवार गुजर गई।

प्रकोष्ठ के प्रमुख आनंद शर्मा ने इन सभी खबरों को खंगाला और जिन पत्रकारों ने यह खबर प्रकाशित की या डिजीटल मीडिया पर चलाई, उनको भाजपा के सूचना तंत्र से बाहर का रास्ता दिखा दिया। बकायदा खुली चेतावनी दी कि हमारे खिलाफ कोई खबर आए तो आपको हम सूचनाएं ही नहीं देंगे, इस खबर की सजा आप लोगों को बीजेपी के सूचना तंत्र से बाहर होने के रूप में भुगतनी ही पड़ेगी। खबर को कवर करने वाले पत्रकारों को यहां तक चेताया कि आपको भाजपा मुख्यालय में नहीं घुसने पर भी रोक लगाने का कदम उठा सकते हैं।

प्रकोष्ठ प्रमुख आनंद शर्मा ने सख्त कदम उठाया। उसी दिन, 6 जुलाई 2018 से भाजपा के इस महत्वपूर्ण प्रकोष्ठ ने कुछ पत्रकारों को न केवल सूचनाएं भेजना बंद कर दिया, व्हाट्एप्प ग्रुप से बाहर कर दिया, मैसेज करना बंद कर दिया और फोन कर भाजपा की योजनाओं, बैठकों और प्रेस कॉन्फ्रेंस की सूचनाएं देना ही बंद कर दिया गया है। नतीजा यह हो रहा है कि जहां पूरा देश—दुनिया डिजीटल माध्यम से प्रचार—प्रसार कर रहा है, वहीं भाजपा की योजनाएं डिजीटल मीडिया व प्रिंट मीडिया के माध्यम से आमजन तक पहुंचा करीब—करीब बंद सी हो गई। इसी तरह का एक्शन मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख आनंद शर्मा ने कुछ अखबारों के पत्रकारों के साथ भी लिया है। इस बात की शिकायत अब अन्य पदाधिकारियोें के माध्यम से अध्यक्ष मदनलाल सैनी व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तक पहुंच चुकी हैं।

देखना यह होगा कि इस तरह से अपनी ही गलतियों के बाद असहिष्णुता दिखाने वाले पार्टी पदाधिकारियों के खि​लाफ भाजपा अध्यक्ष कोई एक्शन लेते हैं या फिर मौन रहकर उनका समर्थन करते हैं? इधर, जिन पत्रकारों को बीजेपी मीडिया प्रकोष्ठ ने पार्टी व सरकार की सूचना से बाहर कर दिया है, उन्होंने तय किया है कि इस तरह के छोटे—मोटे काम करने वालों के कार्यों से प्रभावित होकर किसी भी सूरत में अपनी कलम को इन पदाधिकारियों के मन मुताबिक मोडेंगे नहीं, बल्कि सरकार, पार्टी और पदाधिकारियों की खूबियों—गलतियों को जनता के समक्ष रखने का काम करते हुए पत्रकारिता के आयामों के अनुसार अपना धर्म निभाते रहेंगे।

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