बाबा जयगुरु देव महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी
जयपुर। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कल संत उमाकांत जी महाराज अपने शिष्यों एवं आमजन को दुख निवारण के ज्ञान देंगे। बाबा जयगुरु देव महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी महाराज उमाकांत ने कहा कि यहां के भक्तों के बुलावे पर वे उज्जैन से यहां आए हैं। यहां भांकरोटा में बुधवार को एक कार्यक्रम में उपस्थित मीडियाकर्मियों को उन्होंने बताया कि आने वाले समय में हवा और भी जहरीली हो जाएगी। लोगों के किए पाप कार्य के पत्थर ओलों का रूप लेकर आकाश से बरसेंगे। पापा से धरती हिलेगी और भूकंप भी आएंगे। इसलिए सभी को धर्म के मार्ग पर आना होगा।
अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि लोग कितना भी रुपया पैसा कमाते हैं, लेकिन उन्हें बरकत नहीं मिल रही। घर—घर में बीमारियां, लडाई झगडे बढते जा रहे हैं। इसका मुख्य कारण अधर्म का बढना है। मानव जाति अब पशु पक्षियों को मारकर खाने लगा है।
जगजाहिर के सवाल पर महाराज बोले कि हमारे ग्रंथों में संतों को परखने के गुण बताए गए हैं। उन ग्रंथों के आधार पर गैर संतों को पहचानो। कौन सही है और कौन गलत, इसकी पहचान होनी चाहिए।
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