शुक्रवार, 27 जुलाई 2018

गुलाबी नगर महक रहा है बाबा उमाकांत महाराज जी के गुलाबी भक्तों से

जयपुर। बाबा उमाकांत महाराज के सान्निध्य में मनाए जा रहे दो दिवसीय दुख निवारण गुरु पूर्णिमा महोत्सव में देश-विदेश से आए लाखों भक्तों को सत्संग सुनाते हुए महाराज ने कहा कि मांस, मनुष्य का भोजन नहीं है । मांसाहार और शराब के कारण जब मनुष्य का खून बेमेल हो जाता है तो उसकी बुद्धि खराब हो जाती है और मां, बहन, बेटी की पहचान खत्म हो जाती है।

उन्होंने कहा कि रावण जैसा ज्ञानी जो चार वेद, छह शास्त्र, अठारह पुराणों का ज्ञाता था, उसकी बुद्धि इसी मांस और शराब के कारण खराब हुई और वो राक्षस कहलाया। इसलिए भूलकर भी अंडा, मांस, मछली, शराब या किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करना चाहिए, जिससे कर्म खराब हो। मौसम के परिवर्तन से जो रोग होते हैं, वे तो दवाइयों से ठीक हो जाते हैं, लेकिन कर्मों के भार के कारण जो रोग होते हैं, वे आसानी से नही जाते हैं। सदा शाकाहरी रहें और यदि आप अपने जीवन में बरकत पाना चाहते हैं तो मेहनत और ईमानदारी से काम करें। इसके बाद महाराज ने नामकरण, जनेऊ, मुण्डन संस्कार आदि भी सम्पन्न कराए।

गुलाबी नगर महक रहा है महाराज जी के गुलाबी भक्तों से

गुलाबी शर्ट, गुलाबी टोपी, गुलाबी सूट, गुलाबी पगड़ी तो कही गुलाबी साड़ी में भक्तों का सैलाब - ये नजारा है अजमेर रोड स्थित विशाल मैदान में चल रहे गुरु पूर्णिमा महोत्सव का । यहां महाराष्ट्र, गुजरात, मप्र, उप्र, बंगाल, कर्नाटक, नेपाल, मलेशिया, श्रीलंका, अमेरिका, दुबई जैसे देशों से भी भक्त आए हैं, जो गुलाबी वस्त्रों में इस गुलाबी जयपुर को और गुलाबी बना रहे हैं।

महाराजजी के आह्वान पर बने परमार्थ के दो विश्व कीर्तिमान  

 गांव-गांव, शहर-शहर, देश-विदेशों तक अपने संदेशों और प्रार्थनाओं से जनमानस को शाकाहारी बनाने का संकल्प लेने वाले बाबा उमाकांत महाराज के सान्निध्य में भक्तों ने एक महीने में ही 20 लाख से ज्यादा लोगों को शाकाहारी बनाने का वर्ल्ड रिकाॅर्ड बनाया और इस दुख निवारण गुरु पूर्णिमा में भी एक समय में, एक स्थान पर, लाखों शाकाहारी लोगों का जन सैलाब एकत्रित होने से गोल्डन बुक आॅफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड में एक ऐतिहासिक विश्व कीर्तिमान के रूप में दर्ज हो गया। इतना ही नहीं इन अनगिनत भक्तों ने जब महाराज जी के साथ जयगुरुदेव नाम की धुनी का उच्चारण किया तो वह नाम न केवल वायु मंडल में गुंजायमान हो गया, बल्कि एक साथ, एक समय में, एक सुर में लाखों भक्तों का स्वर गोल्डन बुक आॅफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड के पन्नों में भी सुनहरे अक्षरों में अंकित हो गया।

बाबा जयगुरुदेव प्रतिभा सम्मान समारोह में प्रतिभाओं को मिला बड़ा सम्मान   

 इस दुख निवारण गुरु पूर्णिमा में महाराज द्वारा राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के मेधावी विद्यार्थियों के साथ भारतीय प्रशासनिक सेवा 2017 में चयनित प्रशिक्षु अधिकारी (आईएएस, आईपीएस), एम.बी.बी.एस., बी.ए.एम.एस., बी.एच.एम.एस. तथा पैरामेडिकल, विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर के मेधावी छात्रों एवं छात्राओं के साथ उनके शिक्षकों के साथ -साथ उनके परिजनो को भी सम्मानित किया गया।



इसमें 10वीं के ग्यारह विद्यार्थियों को 5000 रु., 12वीं के तीस छात्रों को 8000 रु., विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के पैंतालीस एवं पैरामेडिकल के छह विद्यार्थियों को 10,000 रु. तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा 2017 में चयनित तीन अधिकारियों, एम.बी.बी.एस., बी.ए.एम.एस., बी.एच.एम.एस. के पन्द्रह विद्यार्थियों को 11,000 रु. की राशि के चेक महाराज के द्वारा आर्शीवाद स्वरूप प्रदान की गई। इतना ही नहीं संस्था द्वारा इन प्रतिभाओं को तराशने वाले गुरुजनों एवं इनके माता-पिता को भी सम्मानित किया गया, जिसमें चांदी का सिक्का, सम्मान पत्र, प्रसाद, डायरी और संत दर्शिका प्रदान की गई।

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