जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की योजनओं के लाभार्थियों से संवाद करने जयपुर पहुंचे। बड़ी संख्या में लाभार्थी भी पहुंचे। लेकिन इन लाभार्थियों से जब जगजाहिर ने बात की तो सच्चाई पर से पर्दा उठ गया।
प्रदेश और केन्द्र की योजनाओं के लाभार्थियों का जनसमुह सभा स्थल पर पहुंचा। पीएम मोदी ने इन्हें संबोधित किया। नाम दिया गया लाभार्थी संवाद कार्यक्रम। करीब 12 योजनाओं के लाभार्थियों के अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए। यहीं नहीं प्रत्येक लाभार्थी को उनकी योजना से जुड़ा रंगीन दुपट्टा भी दिया गया, जो उनकी पहचान बना। सरकार के दावों के अनुसार 12 अलग-अलग योजनाओं के करीब 2 लाख 25 हजार लाभार्थियों की संख्या कार्यक्रम में पहुंचने की बात कही गई।
उज्ज्वला योजना - 37 हजार 517 लाभार्थी प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी और ग्रामीण - 50 हजार 796 लाभार्थी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना - 7 हजार 916 लाभार्थी राजश्री योजना - 14 हजार 88 लाभार्थी
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना - 23 हजार 346 लाभार्थी छात्राओं को स्कूटी वितरण योजना - 3 हजार 103 लाभार्थी पालनहार योजना - 17 हजार 675 लाभार्थी वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थयात्रा योजना - 3 हजार 287
श्रमिक कार्ड वितरण - 26 हजार 686 लाभार्थी स्किल इंडिया योजना - 13 हजार 101 लाभार्थी
मुख्यमंत्री जल स्वालंबन योजना - 32 हजार 255 लाभार्थी
मुद्रा योजना - 13 हजार 417 लाभार्थी
सरकारी योजना के लाभार्थियों की पहचान के लिए प्रशासन की ओर से अलग-अलग रंग के पट्टे तैयार किए गए। जनसभा को डोम तक 12 रंग में रंगा नजर आया। कंधे से कमर तक दुपट्टा लगाकर लाभार्थी इस जनसभा में पहुंचे।
उज्ज्वला योजना के लाभार्थी - लाल रंग का दुपट्टा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना - पीला रंग का दुपट्टा
PM आवास योजना - नेवी ब्लू रंग का दुपट्टा पालनहार योजना - पैरट ग्रीन रंग का दुपट्टा
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना - लाइट ब्लू रंग का दुपट्टा राजश्री योजना - गुलाबी रंग का दुपट्टा स्कूटी वितरण - बैंगनी रंग का दुपट्टा स्किल इंडिया - खाकी रंग का दुपट्टा श्रमिक कल्याण कार्ड - भूरा रंग का दुपट्टा
मुख्यमंत्री जल स्वालंबन - मस्टर्ड रंग का दुपट्टा पीएम मुद्रा योजना - ग्रे रंग का दुपट्टा तीर्थ योजना - केसरिया रंग का दुपट्टा
12 रंग में रंगा डोम और अपनी पीठ थपथपाती सरकार के नुमाइंदों के भाषणों के बीच जब जगजाहिर ने इन लाभार्थियों से बात की, तो हकीकत कुछ ओेेर ही सामने आई। इन लाभार्थियों में कई ऐसे थे जिन्हें ना तो उन्हें जिस योजना के तहत लाभ मिला उसकी जानकारी थी और ना ही किस तरह का लाभ मिला ये जानकारी थी। कुछ को कार्यकर्ताओं ने पढ़ाने-सीखाने की कोशिश की लेकिन जब योजना के बारे में विस्तार से पूछा गया तो उनका सच भी बाहर निकल आया। यहीं नहीं कुछ तथाकथित लाभार्थी तो ऐसे भी थे जिनकी उम्र 14 वर्ष भी पार नहीं हुई थी। तथाकथित लाभार्थियों का एक वर्ग तो ऐसा था जो जयपुर घूमने आया था और कुछ को भीड़ बढ़ाने के लिए लाया गया था।
प्रदेश और केन्द्र की योजनाओं के लाभार्थियों का जनसमुह सभा स्थल पर पहुंचा। पीएम मोदी ने इन्हें संबोधित किया। नाम दिया गया लाभार्थी संवाद कार्यक्रम। करीब 12 योजनाओं के लाभार्थियों के अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए। यहीं नहीं प्रत्येक लाभार्थी को उनकी योजना से जुड़ा रंगीन दुपट्टा भी दिया गया, जो उनकी पहचान बना। सरकार के दावों के अनुसार 12 अलग-अलग योजनाओं के करीब 2 लाख 25 हजार लाभार्थियों की संख्या कार्यक्रम में पहुंचने की बात कही गई।
उज्ज्वला योजना - 37 हजार 517 लाभार्थी प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी और ग्रामीण - 50 हजार 796 लाभार्थी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना - 7 हजार 916 लाभार्थी राजश्री योजना - 14 हजार 88 लाभार्थी
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना - 23 हजार 346 लाभार्थी छात्राओं को स्कूटी वितरण योजना - 3 हजार 103 लाभार्थी पालनहार योजना - 17 हजार 675 लाभार्थी वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थयात्रा योजना - 3 हजार 287
श्रमिक कार्ड वितरण - 26 हजार 686 लाभार्थी स्किल इंडिया योजना - 13 हजार 101 लाभार्थी
मुख्यमंत्री जल स्वालंबन योजना - 32 हजार 255 लाभार्थी
मुद्रा योजना - 13 हजार 417 लाभार्थी
सरकारी योजना के लाभार्थियों की पहचान के लिए प्रशासन की ओर से अलग-अलग रंग के पट्टे तैयार किए गए। जनसभा को डोम तक 12 रंग में रंगा नजर आया। कंधे से कमर तक दुपट्टा लगाकर लाभार्थी इस जनसभा में पहुंचे।
उज्ज्वला योजना के लाभार्थी - लाल रंग का दुपट्टा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना - पीला रंग का दुपट्टा
PM आवास योजना - नेवी ब्लू रंग का दुपट्टा पालनहार योजना - पैरट ग्रीन रंग का दुपट्टा
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना - लाइट ब्लू रंग का दुपट्टा राजश्री योजना - गुलाबी रंग का दुपट्टा स्कूटी वितरण - बैंगनी रंग का दुपट्टा स्किल इंडिया - खाकी रंग का दुपट्टा श्रमिक कल्याण कार्ड - भूरा रंग का दुपट्टा
मुख्यमंत्री जल स्वालंबन - मस्टर्ड रंग का दुपट्टा पीएम मुद्रा योजना - ग्रे रंग का दुपट्टा तीर्थ योजना - केसरिया रंग का दुपट्टा
12 रंग में रंगा डोम और अपनी पीठ थपथपाती सरकार के नुमाइंदों के भाषणों के बीच जब जगजाहिर ने इन लाभार्थियों से बात की, तो हकीकत कुछ ओेेर ही सामने आई। इन लाभार्थियों में कई ऐसे थे जिन्हें ना तो उन्हें जिस योजना के तहत लाभ मिला उसकी जानकारी थी और ना ही किस तरह का लाभ मिला ये जानकारी थी। कुछ को कार्यकर्ताओं ने पढ़ाने-सीखाने की कोशिश की लेकिन जब योजना के बारे में विस्तार से पूछा गया तो उनका सच भी बाहर निकल आया। यहीं नहीं कुछ तथाकथित लाभार्थी तो ऐसे भी थे जिनकी उम्र 14 वर्ष भी पार नहीं हुई थी। तथाकथित लाभार्थियों का एक वर्ग तो ऐसा था जो जयपुर घूमने आया था और कुछ को भीड़ बढ़ाने के लिए लाया गया था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें