शुक्रवार, 17 अप्रैल 2020

लॉकडाउन में राजस्थान स्टूडियो द्वारा ऑनलाइन गेट-टुगेदर समारोह का आयोजन किया गया

जयपुर । भारत के प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय चित्रकार  प्रो देवकीनंदन शर्मा की जन्मशताब्दी के अवसर पर 17 अप्रैल को  राजस्थान स्टूडियो द्वारा एक ऑनलाइन गेट-टुगेदर समारोह का आयोजन किया गया। इस ऑनलाइन समारोह में भारत की कुछ जानी-मानी हस्तियों ने शिरकत की और प्रो देवकीनंदन शर्मा के  व्यक्तित्व एवं जीवन पर अपने विचार साझा किए। इंस्टाग्राम और फेसबुक लाइव पर इसे सैकड़ों लोगों ने देखा और सराहा। कोरोना के खतरे के कारण जहाँ हर व्यक्ति लॉकडाउन का पालन कर रहा है ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए प्रो शर्मा के सम्मान में ऑनलाइन समारोह करना एक श्रेष्ठ और सफल निर्णय रहा।


17 अप्रैल, 1919  को जन्मे देवकीनंदन शर्मा विश्व के 18 सर्वश्रेष्ठ पक्षी चित्रकारों में  गिने जाते हैं। राजस्थान के कलाविद और अनेक अकादमी पुरस्कारों के विजेता रहें प्रो शर्मा वाश टेम्परा, जलरंग चित्रों एवं अपनी  विशिष्ट रेखांकन शैली के लिए मशहूर हैं। वे युवा कलाकारों के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं और  उनकी प्रकृति अंकन, जनजीवन, धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक एवं पशु -पक्षियों से सम्बंधित सुंदर चित्रकारी विश्व विख्यात है। शिक्षक और कलाकार दोनों ही भूमिकाएं उन्होंने बखूबी निभाई।  वे वनस्थली विद्यापीठ से लम्बे वर्षों तक जुड़े रहें और आरायश पद्धति अर्थात जयपुर फ्रेस्को  को नया जीवन प्रदान करने में उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया।


 चेन्नई के कलाक्षेत्र फाउंडेशन में फाइन आर्ट्स की प्रो डॉ लक्ष्मी कृष्णामूर्ति, प्रसिद्ध साहित्यकार एवं आर्ट क्रिटिक प्रयाग शुक्ल के साथ कवि, लेखक और आईएएस (पूर्व) हेमंत शेष ने भी ऑनलाइन गेट -टूगेदर में भाग लिया और देवकीनंदन शर्मा पर अपने विचार और अनुभव साझा किए।  इस जन्मशताब्दी समारोह के  मुख्य आयोजकों में शामिल भवानी शंकर शर्मा, प्रो देवकीनंदन शर्मा के पुत्र हैं जो कि स्वयं भी एक जाने -माने फ्रेस्को कलाकार हैं।  भवानी शंकर शर्मा राजस्थान स्टूडियो के साथ जुड़े हुए हैं और स्टूडियो के द्वारा आयोजित  फ्रेस्को वर्कशॉप्स में ''फ्रेस्को आर्ट सेशन'' लेते हैं। राजस्थान स्टूडियो विभिन्न कलाओं पर कला सत्रों का आयोजन करता है, जिसके  द्वारा कोई भी व्यक्ति नई व  पारंपरिक कला का अनुभव प्राप्त कर सकता है। 

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