शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020

आईसीएमआर की जारी एडवाइजरी को नहीं मानेगी राजस्थान सरकार

जयपुर। रैपिड टेस्ट किट को लेकर राजस्थान सरकार और आईसीएमआर के बीच किच-किच बढ़ गई है। राजस्थान सरकार के किट फेल होने के जवाब में आईसीएमआर ने 22 अप्रैल को एक चिट्ठी लिखी कि आप इस किट से जांच जारी रख सकते हैं।

चिट्ठी में लिखा गया कि ये किट कोरोना जांच के लिए नहीं बल्कि एक बड़ी जनसंख्या के एंटीबॉडी जांच के लिए है। राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने ये साफ़ कर दिया है कि हम जांच नहीं करेंगे और इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को भी अवगत करा दिया गया है। 

उन्होंने राजस्थान सरकार को कहा कि ICMR को कह दिया गया है कि रैपिड किट की जांच करवाई जाए और जांच परिणाम आने के बाद ही देश के राज्यों को गाइडलाइन जारी करके इसके इस्तेमाल का फैसला लिया जाए।


ये कहा राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने

राजस्थान में 17 अप्रैल को देश में पहली बार रैपिड टेस्ट किट से कोरोना की जांच शुरू की मगर 3 दिनों के भीतर नतीजे ऐसे आए कि रैपिड टेस्ट को फेल करार देते हुए आईसीएमआर को राजस्थान सरकार ने चिट्ठी लिखी कि आपका भेजा हुआ किट खराब है और हम इसे जांच नहीं करेंगे। इसके जवाब में अब आईसीएमआर ने भी चिट्ठी लिखी है और कहा है कि किट से जांच के कुछ प्रोसेस होते हैं, जिन्हें फील्ड में ध्यान रखना होता है। राज्य सरकारें इस किट से जांच जारी रखें और भारत सरकार इनके नतीजों पर रिसर्च कर रही है। आगे आईएमसीआर ने यह भी लिखा है कि राज्य चाह रहे थे कि इस तरह रैपिड टेस्ट किट आए। इसलिए आईसीएमआर ने इसकी खरीद की और कुछ राज्यों ने सीधे खरीद की है। आईसीएमआर ने अपने पत्र में कहीं नहीं लिखा है कि यह रैपिड किट खराब है और इससे आप जांच नहीं करें। 

आईसीएमआर का जवाब भ्रामक 

अब राजस्थान सरकार का कहना है कि आईसीएमआर का जवाब भ्रामक है। वह एडवाइजरी दे रहे हैं कि आप जांच कीजिए मगर यह नहीं कह रहे हैं कि किट ठीक है आप जांच करें या फिर कि खराब है, अब जांच नहीं करें। इसलिए राजस्थान सरकार ने फैसला किया है कि आईसीएमआर की एडवाइजरी को नहीं मानेंगे और जांच नहीं करेंगे क्योंकि इससे कोरोना को लेकर और भ्रम फैलेगा। राजस्थान सरकार ने चिट्ठी लिखकर आईसीएमआर को बता दिया है कि उनकी एडवाइजरी के बावजूद हम राजस्थान में इस किट से जांच नहीं करेंगे। 

राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन जी के साथ बातचीत में पीसीआर किट देने की मांग की साथ ही 1500 वेंटीलेटर मांगे हैं। रघु शर्मा ने कहा कि हमने रैपिड टेस्ट किट के बारे में उनको जानकारी दी कि यह सही नहीं है और यह भी बताया कि आईसीएमआर हमें चिट्ठी लिख रहा है कि आप जांच कर सकते हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं मैंने आईसीएमआर को निर्देश दिया है कि पहले वाले लैबोरेट्री में जांच करें उसके बाद राज्यों को कोई निर्देश दें।

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