जयपुर। राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि, कोरोना वायरस महामारी संकट में राजस्थान में बीजेपी के 25 सांसदों को प्रदेश की कोई फिक्र नहीं हैं। इसी के चलते, राज्य सरकार को केंद्र से गेहूं खरीदना पड़ रहा है।
मंत्री ने कहा कि, कोरोना के संकट के समय में कोई भूखा नहीं सोए, आम आदमी तक राशन और भोजन पहुंचे, इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजस्थान के 60 लाख लोगों तक राशन पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार से 21 रुपए प्रति किलो में गेहूं खरीदने का फैसला करना पड़ा है।
खाचरियावास ने कहा कि, केंद्र कि बीजेपी सरकार से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार खाद्य सुरक्षा गारंटी कानून में 60 लाख लोगों को जोड़ने की मांग करते रहे है। उन्होंने 2011 की जनगणना को पुराना बताते हुए कहा कि, आज इस जनगणना के आधार पर खाद्य सुरक्षा गारंटी कानून में राजस्थान का कोटा बढ़ना न्याय संगत है।
मंत्री ने कहा कि, केंद्र से लगातार मांग की गई। लेकिन केंद्र कि बीजेपी सरकार ने मांग स्वीकार नहीं की। यह तब हुआ, जब राजस्थान के लोगों ने प्रदेश की सभी लोकसभा की 25 सीटों पर बीजेपी के सांसदों को भारी बहुमत से जीताकर भेजा और प्रदेश की जनता ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर विश्वास किया। लेकिन बीजेपी के एक भी सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य हित में गेहूं का कोटा बढ़ाने की मांग को लेकर, मिलने की हिम्मत भी नहीं जुटाई।
ऐसे में, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार से राजस्थान के 60 लाख लोगों को 10-10 किलो फ्री गेहूं बांटने के लिए, 21 रुपए प्रति किलो में गेहूं खरीदने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि, इस संकट की घड़ी में केंद्र बीजेपी के 25 सांसद जुटाकर भी राजस्थान के नागरिकों को फ्री में गेहूं देने के बजाए 21 रुपए प्रति किलो वसूल करेगी, यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है।

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