गुरुवार, 30 अप्रैल 2020

जयपुर से हटेंगी सभी सेनेटाइजेशन टनल

जयपुर।  चंद सेकण्ड्स में व्यक्ति को सेनेटाइज करने वाली सेनेटाइजेशन टनल शहर भर से हटाई जाएंगी।  इस संबंध में जिला कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिए हैं।  जिला कलेक्टर ने सीएमएचओ को पत्र लिखकर सेनेटाइजेशन टनल पर आपत्ति जताई है।  साथ ही यह भी पूछा है कि किसकी अनुमति से टनल शहर में विभिन्न स्थानों पर लगाई गई हैं। 

गौरतलब है कि विधानसभा, पुलिस थाने, औद्योगिक इकाइयां और कॉलोनियों में इस फुल बॉडी सेनेटाइजेशन टनल को लगाया गया है।  अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि बिना प्रमाणिकता के ये टनल कैसे लगा दी गई।  जबकि डब्ल्यूएचओ से लेकर केंद्र सरकार तक सेनेटाइजेशन टनल को लेकर एडवाइजरी जारी कर चुके हैं. जिसमें यह भी बताया गया है कि यह शरीर के लिए हानिकारक भी हो सकता है।  इसलिए इसका उपयोग अस्पतालों और अन्य संस्थाओं में नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं। 

इसके पीछे तर्क दिया गया है कि इन टनल या चैम्बरों में सोडियम हाइपोक्लोराइट एल्कोहल का छिड़काव किया जाता है।  यह शरीर के अंगों और कपड़ों का विसंक्रमण सुचारू रूप से नहीं करता।  साथ ही यह हाथ, आंखों में जलन, गले में खराश, स्किन एलर्जी, उल्टी के साथ फेफड़ों में नुकसान पहुंचाता है।  एडवाइजरी के अनुसार इस टनल से लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा होती है।   


इस टनल से निकलने के बाद लोग स्वयं को सेनेटाइज समझ बैठते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग एवं हाथ धोने के प्रोटोकाल की अनदेखी करने लगते हैं।  ये लोगों को झूठी सुरक्षा का आश्वासन देने जैसा है।  इसलिए इसका उपयोग अस्पताल एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर नहीं किया जाए।  लेकिन, प्रतिबंध के बाद भी इसका उपयोग कर खतरे को आमंत्रण दिया जा रहा है। 

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