जयपुर। लॉकडाउन के चलते राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल के ब्लड बैंक में आई ब्लड की कमी को नये फॉर्मूले से दूर करने का प्रयास किया गया है। इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है। इसके लिए मोबाइल वैन के जरिये सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए रक्तदान शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों में रक्ददाताओं ने 555 यूनिट रक्तदान किया है।
शिविरों में 555 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया
एसएमएस अस्पताल में ब्लड की कमी को देखते हुए इसे दूर करने का जिम्मा सामाजिक कार्य करने वाली 'साथी सेवा संस्थान' ने उठाया। संस्थान के मुकेश वर्मा ने सीएम अशोक गहलोत की पहल पर जिला प्रशासन से लॉकडाउन के दौरान रक्तदान करवाने का जिम्मा उठाया और कोरोना गाइडलाइन को फॉलो करते हुए सभी तरह की प्रशासनिक स्वीकृतियां ली। अनुमति मिलने के बाद राजधानी में लॉकडाउन के दौरान 13 रक्तदान शिविर आयोजित किए। इन शिविरों में 555 यूनिट रक्त एकत्रित किया।
इन्हें होने लगी थी परेशानी
सवाई मानसिंह अस्पताल में बड़ी तादाद में राजस्थान के अलावा बिहार, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के मरीज इलाज करवाने के लिए पहुंचते हैं। अस्पताल में थैलीसीमिया, एनामिक और ब्लड कैंसर के मरीजों की संख्या काफी ज्यादा है। लेकिन लॉकडाउन के दौरान ब्लड की व्यवस्था करना अस्पताल प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई थी।
30 अप्रेल और 3 मई को 15 रक्तदान शिविर लगेंगे
रक्तदान शिविर के दौरान कोरोना से बचाव के सारे प्रोटोकॉल फॉलो किए गए। सवाई मानसिंह अस्पताल की रक्तदान करवाने वाली मोबाइल वैन के जरिये इस कार्य को अंजाम तक पहुंचाया गया। इसके लिए सोशल मीडिया पर अलग अलग इलाकों के लोगों से संपर्क किया गया। वर्मा ने बताया कि आगामी 30 अप्रेल और 3 मई को 15 रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे।

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