मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

राजस्थान मे राजनीति और आलोचनाओं में विधायक आगे, मदद के नाम पर ठेंगा

जयपुर। कोरोना  से लड़ने के लिए सरकार के साथ-साथ भामाशाह और दानदाता अपनी तरफ से हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इस आपात स्थिति में भी विधायकों को विधायक कोष से पैसा देने में मानो जान निकल रही है। आलम ये है कि कई विधायकों ने तो कोविड-19 से लड़ने के नाम पर महज एक लाख रुपए ही विधायक कोष से अब तक देने की अनुशंसा की है। ये भी तब जब उनकी जेब से कोई पैसा नहीं जा रहा, ये तमाम पैसा सरकारी कोष से जाना है।

लॉकडाउन घोषित करने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री की ओर से सभी विधायकों को पत्र लिखकर कोविड-19 में सहयोग करने के लिए विधायक कोष से ज्यादा से ज्यादा मदद देने की अपील की गई, लेकिन इसके बावजूद अब तक विधायकों को अपने कोष से पैसे देने की अनुशंसा करने में मानो जीव निकल रहा हो। इस मामले में भाजपा के विधायकों की स्थिति तो सबसे ज्यादा खराब है।

भाजपा की बात करें तो जयपुर जिले के 19 विधानसभा में से 6 विधायक भाजपा के हैं। इसमें चौंमू से रामलाल शर्मा, मालवीय नगर से कालीचरण सराफ, फुलेरा से निर्मल कुमावत, सांगानेर से अशोक लाहोटी, विद्याधर नगर से नरपत सिंह राजवी और आमेर से सतीश पूनिया. पूनिया तो पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं, लेकिन इन सभी ने कुल मिलाकर इस महामारी से लड़ने के लिए अब तक 1.43 करोड़ रुपए ही देने की अनुशंषा की है। इसमें सबसे कम रकम तो नरपत सिंह राजवी की है, जिन्होंने महज एक लाख रुपए की अनुशंसा केवल मास्क खरीदने के लिए की है। 


भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की बात करें तो पूनिया ने मास्क और मेडीकल उपकरणों के लिए महज 3.97 लाख रुपए की ही अनुशंषा की है। पूर्व चिकित्सा मंत्री रहे और विधयाक कालीचरण सराफ ने मास्क और मेडीकल उपकरणों के लिए महज 6 लाख रुपए देने की अनुशंषा की है। यही हाल कांग्रेस के विधायकों के भी है। चाकसू से वेदप्रकाश सोलंकी ने भी अब तक महज एक लाख रुपए मास्क खरीदने के लिए ही दिए हैं।

उधर जयपुर जिले में सबसे अधिक राशि की बात करें तो दूदू से निर्दलीय विधायक बाबू लाल नागर ने इस मामले में सर्वाधिक 2.06 करोड़ रुपए की अनुशंषा अब तक की है, जो उनके इस वर्ष के कोष का 90 फीसदी से ज्यादा है। इसके बाद दूसरे नम्बर पर सिविल लाईन्स से विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास का आता है, जिन्होंने अब तक 1.51 करोड़ रुपए की अनुशंसा की है।

ये है जयपुर जिले के विधायकों की स्थिति


1विधायक गंगा देवी 38 लाख 2लक्ष्मण मीना-11 लाख 3वेदप्रकाश सोलंकी-1 लाख

4रामलाल शर्मा- 23.24 लाख 5निर्मल कुमावत- 71 लाख 6अशोक लाहोटी- 37.50 लाख

7रफीक खान- 1.06 करोड़ 8प्रताप सिंह खाचरियावास-1.51 करोड़

9अमीन कागजी- 1.01 करोड़ 10कालीचरण सराफ-6 लाख 11महेश जोशी- 1.12 करोड़ 12आलोक बेनीवाल- 36 लाख 13सतीश पूनिया- 3.97 लाख 14राजेन्द्र सिंह यादव- 26 लाख 15बाबूलाल नागर- 2.06 करोड़ 16गोपाल लाल मीना- 14.60 लाख

17नरपत सिंह राजवी-1 लाख 18इंद्रराज सिंह गुर्जर- 51 लाख 19लालचंद कटारिया- 26 लाख


बहरहाल, नेताओं की नजर सरकारी राशन पर है। हर नेता अपने क्षेत्र में सरकारी राशन के पैकेट पहुंचाने और इस आपदा के समय सरकारी राशन के जरिये वोट बैंक साधने में लगा हुआ है। विधायक कोष की पोटरी नहीं खोलने वाले नेताजी भी इंतजार कर रहे है कि सरकारी राशन पर अपनी मुहर लगाकर क्यो ना वाहवाही लूटी जाए।


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