जयपुर। केन्द्र से आई अंतर मंत्रालय की टीम ने परकोटा क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान टीम ने रामगंज थाने में पुलिस, प्रशासन, चिकित्सा अधिकारियों के साथ लॉक डाउन, रामगंज में सैम्पलिंग और कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान टीम ने रामगंज में किए जा रहे टीम वर्क की सराहना की। इस दौरान टीम ने इस दौरान चिकित्सा दल और पुलिसकर्मियों से पूछा कि फील्ड में रहकर आपका किसी परेशानी तो नही हो रही और उनका कांफिडेंस जानने की कोशिश की।
वहीं, चिकित्साकर्मियों की सुरक्षा उपायों की जानकारी ली। इस दौरान केन्द्र के दल ने पुलिस कमिश्नर से जानकारी कि किस मैथड से कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों में पालना करा रहे हैं। वहीं, सोशल डिस्टेसिंग की किस तरह से पालना कराई जा रही है। उन्होंने कलेक्टर से राशन वितरण और डोर टू डोर व्यवस्थाओं की जानकारी ली। ं
उन्होंने जानकारी ली कि संपर्क में आने वाले लोगों को कोरोंटाइन सेंटर किस आधार पर भेजा जा रहा है। साथ ही लॉकडाउन की पालना रिपोर्ट, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, घरों के बाहर लोगों की आवाजाही में सामाजिक दूरी, स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की तैयारी, अस्पताल की सुविधा और जिले में नमूना आंकड़ों, स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा, परीक्षण किट की उपलब्धता, पीपीई, मास्क और अन्य सुरक्षा उपकरणों, और मजदूर और गरीब लोगों के लिए राहत शिविरों की स्थिति की रिपोर्ट तैयार की।
करीब एक घंटे तक रुकी टीम ने व्यवस्थाओं का पूरा खाका तैयार किया। टीम में वित्तीय सेवा विभाग के अतिरिक्त सचिव संजीव कौशिक, एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन प्रोफेसर डॉ हर्षल साल्वे, स्वास्थ्य मंत्रालय की निदेशक बिंदु तिवारी, राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण के सलाहकार एसके जेना और खाद्य आपूर्ति विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी देवेंद्र एस उईके दल में शामिल है। अधिकारियों की मानें तो टीम तीन दिन जयपुर में रुकेगी।

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