राज्यसभा की 18 सीटों के लिए 19 जून को चुनाव हो रहे हैं। इसके अलावा कर्नाटक की चार सीटों के लिए भी 19 जून को ही चुनाव होने वाले हैं। भाजपा ने ऐसी व्यवस्था कर ली है कि उसे इसमें से कम से कम 10 सीटें मिल जाएं। राज्यसभा में इस समय भाजपा के 75 सांसद हैं। 19 जून के चुनाव में 10 सीटें जीतने के बाद उसकी संख्या 85 हो जाएगी। इस साल के अंत में उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के चुनाव होने वाले हैं। राज्य की दस सीटों पर चुनाव होंगे, जिनमें से नौ सीटें भाजपा को मिलेंगी। उसके बाद उच्च सदन में भाजपा की सीटें 94 हो जाएंगी। इसके बाद भाजपा का लक्ष्य राज्यसभा में एक सौ का आंकड़ा पार करने का होगा। पिछले कई दशकों से किसी पार्टी ने उच्च सदन में सौ का आंकड़ा पार नहीं किया है।
बहरहाल, अभी जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं उनमें से भाजपा को गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में एक-एक सीटों के नुकसान का अनुमान था। पर अब भाजपा ने गुजरात, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में नुकसान की संभावना खत्म कर दी है। दोनों राज्यों में भाजपा के जितने सांसद रिटायर हो रहे हैं उतने ही फिर आ जाएंगे। गुजरात में कांग्रेस के आठ विधायकों से इस्तीफा करा कर भाजपा ने तीन सीटों पर जीत पक्की की है तो मध्य प्रदेश और कर्नाटक में सरकार ही पलट दी है, जिसके बाद उसके दो-दो सांसदों के जीतने की रास्ता साफ हो गया है। इसके अलावा उसे राजस्थान और झारखंड में एक-एक सीट मिल जाएगी और एक सीट पूर्वोत्तर से मिल जाएगी। इस तरह उसके 10 सांसद जीतेंगे। बची हुई सीटों में पांच कांग्रेस को और एक उसकी सहयोगी जेएमएम को मिलेंगी, एक सीट कांग्रेस के समर्थन से जेडीएस को जाएगी और आंध्र प्रदेश की चार सीटें वाईएसआर कांग्रेस के खाते में जाएंगी।

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