शनिवार, 20 जून 2020

बड़ा कठिन है साल का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण, उल्टी चाल चलेंगे ये 6 ग्रह

जयपुर।  देश दुनिया की दो बड़ी खगोलीय घटनाएं होंगी। साल के सबसे बड़े दिन सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण 5 घंटा 48 मिनट (जयपुर में 3 घंटा 29 मिनट) रहेगा। इसमें सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा इस तरह आ जाएगा कि वह कंगन की तरह दिखाई देगा। इसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है। 

दूसरी घटना सूर्य कर्क रेखा के ठीक ऊपर आ जाएगा, जिससे यह साल का सबसे बड़ा दिन होगा। ग्रहण के दिन 6 ग्रह वक्री रहेंगे। गुरु, शनि, शुक्र, बुध वक्री रहेंगे, वहीं राहु और केतु उलटी चाल चलते है, ऐसे में ग्रहणकाल के दौरान ये ग्रह वक्री रहेंगे। वहीं, गुरु और शनि एक साथ मकर राशि में युति कर उल्टी चाल चलेंगे।

इसके साथ बुध और शुक्र भी वक्री होकर इनका सहयोग करेंगे। ऐसे में ये शुभ संकेत लेकर आएंगे। कंकणाकृति सुबह 10 बजकर 19 मिनट से शुरू होगी। ग्रहण का मध्य दोपहर 12 बजकर 10 मिनट रहेगा। कंकणाकृति दोपहर 2 बजकर 02 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। 


ग्रहण दोपहर 3 बजकर 04 मिनट तक रहेगा। ऐसे में ग्रहण काल करीब 5 घंटा 48 मिनट तक रहेगा। इस बीच कंकणाकृति करीब 1 घंटा 17 मिनट तक दिखाई देगी। जयपुर की बात करें तो ग्रहण सुबह 10 बजकर 14 मिनट से ग्रहण देखा जा सकेगा। ग्रहण का मध्य सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर आएगा। जयपुर में 1 बजकर 44 मिनट पर ग्रहण समाप्त होगा। जयपुर में ग्रहण 3 घंटा 29 मिनट रहेगा। जयपुर में ग्रहणकाल के दौरान सूर्य 91 प्रतिशत ग्रसित रहेगा। 

 ज्योतिषाचार्य का कहना है

ज्योतिषाचार्य ने बताया कि भारत में दिखने वाले इस ग्रहण का बड़ा प्रभाव देखने को मिलेगा। 18 जून से 25 जून तक सात दिनों के लिए 6 ग्रह वक्री रहेंगे। गुरु और शनि का एक साथ मकर राशि में दुर्लभ योग भी बनेगा, इससे पहले यह योग साल 1961 में देखने को मिला था, जब गुरु नीच राशि मकर और शनि स्वयं की राशि मकर में एक साथ युति बनाते हुए वक्री हुए थे।

इन ग्रहों के वक्री होने से दुनियाभर में महामारी का असर कम होने की उम्मीद है। अर्थव्यवस्था में सुधार के योग भी बन सकते है। मेष, सिंह, कन्या और मकर राशि वालों पर ग्रहण अशुभ प्रभाव नहीं रहेगा। जबकि वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को सावधान रहना होगा। इसमें वृश्चिक राशि वालों को विशेष ध्यान रखना होगा।




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