बुधवार, 10 जून 2020

कांग्रेस को अपने विधायकों पर भरोसा नहीं रहा - सतीश पूनिया

जयपुर। राज्यसभा चुनाव  से पहले राजस्थान में मच रही उठापठक के बीच बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया  ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। कांग्रेस  और इसके समर्थित निर्दलीय विधायकों की बैठक बुधवार शाम मुख्यमंत्री आवास पर बुलाई गई थी लेकिन बाद में उसे शिव विलास रिसोर्ट में स्थानांतरित किए जाने पर पूनिया ने कहा कि सरकार अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है। भले ही कांग्रेस बीजेपी पर आरोप लगाए लेकिन उसका खुद का घर सुरक्षित नहीं है। उनको अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है। इसीलिए आज इस तरह की नौबत कांग्रेस पार्टी के भीतर आई है।

पूनिया ने कहा कि हमने किसी को कोई प्रलोभन नहीं दिया

प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस इतने दिन से दंभ भर रही थी कि पार्टी एकजुट है। अब ऐसी क्या आशंका हो गई कि राज्यसभा चुनाव के 9 दिन पहले ही कांग्रेस को बाड़ेबंदी करनी पड़ गई और अपने विधायकों पर भी भरोसा नहीं रहा। पूनिया ने कहा कि हमने किसी को कोई प्रलोभन नहीं दिया है। पूनिया ने आरोप लगाया कि सरकार पूरी तरह से सुरक्षित है और कोई अंर्तकलह नहीं है तो इतने दिन तक विधायकों को कैसे रखेंगे।  

3 सीटों के लिए 19 जून को होना है चुनाव

दरअसल राज्यसभा की राजस्थान से 3 सीटें खाली होने के बाद इनके लिए आगामी 19 जून को चुनाव होने जा रहे हैं। इन 3 सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी ने 2-2 उम्मीदवार खड़े किए हैं। बहुमत के आधार पर देखा जाए तो 200 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस इस बात का दावा कर रही है कि उसके पास 125 सदस्यों की संख्या है। वहीं बीजेपी और उसकी समर्थित राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को मिलाकर विधायकों की संख्या 75 है।

जीतने के लिए प्रत्याशी को प्रथम वरीयता के 51 वोटों की आवश्यकता है

इस चुनाव में एक प्रत्याशी को जीतने के लिए प्रथम वरीयता के 51 वोटों की आवश्यकता है। ऐसे में कांग्रेस का दावा है कि उसके पास 2 सीटों के लिए पर्याप्त बहुमत है। वहीं बीजेपी के पास भी एक सीट के लिए पर्याप्त बहुमत है। बीजेपी अपने दूसरे प्रत्याशी की जीत के लिए विधायकों से अंतरात्मा की आवाज पर वोट डालने की अपील कर रही है।

यह है उठापटक वजह

उल्लेखनीय है कि हाल में इस बात की काफी चर्चा रही कि बीजेपी राज्यसभा चुनाव में समर्थन के लिए निर्दलीय और कांग्रेस के कुछ विधायकों से संपर्क साधकर उन्हें ऑफर दे रही है। इसके बाद प्रदेश की राजनीति में बयानबाजी तेज हो गई। सीएम गहलोत ने भी एक टीवी चैनल को दिए गए अपने इंटरव्यू में बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का खुला आरोप लगाया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें