मंगलवार, 9 जून 2020

कोरोना में लेखक बने नेता

कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने और बिना सोचे समझे लगाए गए लॉकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान ने कई नेताओं को लेखक बना दिया है। इसी बीच नरेंद्र मोदी की दूसरी सरकार के एक साल का कार्यकाल भी पूरा हुआ तो उस मौके पर भी कई नेता लेखक के रूप में सामने आए। वैसे कई नेता पहले से लेख लिखते हैं। अंग्रेजी, हिंदी अखबारों में उनके नियमित कॉलम छपते हैं। उनमें ज्यादातर कांग्रेस पार्टी के नेता हैं। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम का कॉलम अखबारों में छपता है। पूर्व केंद्रीय मंत्रियों- मनीष तिवारी और शशि थरूर का कॉलम भी नियमित छपता है। कांग्रेस के प्रवक्ता रहे संजय झा भी नियमित लिखते हैं। इनके मुकाबले भाजपा के नेता कम लेख लिखते हैं।

पर पिछले दो हफ्ते में भाजपा और कांग्रेस दोनों से कई ऐसे नेता लेखक बन कर निकले हैं, जो पहले नहीं लिखते थे। जैसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लेख लिखा। कोरोना वायरस, अर्थव्यवस्था और दूसरे संकटों को लेकर सोनिया ने अंग्रेजी के एक नामचीन अखबार में लेख लिखा। उससे पहले भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष और दो पूर्व अध्यक्षों ने लेख लिखा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का लेख अखबारों में छपा तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी टाइम्स ऑफ इंडिया में लेख लिखा। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी नरेंद्र मोदी की सरकार के एक साल पूरे होने के मौके पर लेख लिखा। उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी इन दिनों नियमित रूप से अखबारों में लिखने लगे हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को भी अखबारों ने लेख बना कर अपने यहां छाप दिया। 

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