बुधवार, 17 जून 2020

चीन की प्रोपेगेंडा मशीनरी का जवाब क्या?

भारत में सत्तारूढ़ पार्टी के पास एक बहुत शानदार प्रोपेगेंडा मशीनरी है, जिसके सहारे विपक्ष के नेताओं, तटस्थ मीडिया और बौद्धिकों को बात बात में देशद्रोही ठहराया जाता है। पर ऐसा लग रहा है कि सरकार के पास इस तरह की कोई मशीनरी नहीं है। जबकि चीन के पास इससे बेहतर मशीनरी है, जिसके दम पर वह 24 घंटे सारी दुनिया के सामने झूठ पेश करता रहता है। उसने सोमवार को देर रात तक भारतीय सैनिकों के साथ लड़ाई की, मध्यकालीन युद्ध की बर्बर तकनीक के साथ भारतीय सैनिकों पर हमला किया, हर किस्म की बर्बरता की और मंगलवार की सुबह से प्रोपेगेंडा शुरू कर दिया। चीन अपनी इस प्रोपेगेंडा मशीनरी का इस्तेमाल कूटनीतिक टूल के तौर पर करता है। उसने उलटे भारत पर जिम्मेदारी डाल दी। भारतीय सेना ने प्रेस कांफ्रेंस करके गालवान घाटी में हुई झड़प का ब्योरा पेश किया, उसके एक घंटे के भीतर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रेस कांफ्रेंस करके भारत पर लगाए आरोपों को दोहरा दिया। चीन ने दिन में ही यह आरोप लगा दिया था कि भारतीय सैनिकों ने चीन की सीमा में घुसने का प्रयास किया, जिसकी वजह से झड़प की नौबत आई। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने ट्विट किया कि भारत अपने अभिमान में इस तरह की गलती न करे। 

यानी चीन सरकार और उसकी सरकारी मीडिया ने खुद को पीड़ित पक्ष और भारत को हमलावर व अभिमानी बताना शुरू कर दिया। पिछले डेढ़ महीने की हकीकत सबको पता है। फिर भी चीन बेशरमी से झूठा नैरेटिव फैला रहा है। वह दुनिया को बता रहा है कि भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा पर संधियों का उल्लंघन कर रहा है। जबकि हकीकत यह है कि चीन ने यथास्थिति बदली है और संधियों का उल्लंघन करके भारतीय सीमा में घुसा है। भारत के ‘निहत्थे’ सैनिक उससे पीछे हटने के लिए कह रहे थे। भारत को चीन के इस प्रोपेगेंडा का रियल टाइम में जवाब देना चाहिए। आज के समय में यह कोई मुश्किल काम नहीं है। इसमें कूटनीतिक रूप से बहुत घुमावदार बातें कहने की भी जरूरत नहीं है। सीधे और साफ शब्दों में चीन के आरोपों का खंडन करना है। भारत को झूठी बातें भी नहीं बनानी है, बल्कि सचाई बतानी है। पर मुश्किल यह है कि इससे घरेलू राजनीति में नेतृत्व के बारे में आम नागरिक की धारणा प्रभावित हो सकती है। उसकी चिंता के किए बगैर सरकार को चीन की प्रोपेगेंडा मशीनरी का जवाब देना चाहिए।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें