जयपुर। मानसून राजस्थान में बांसवाड़ा के बार्डर को छू चुका है प्रदेश में मानसून की दस्तक भी होने वाली है। इससे पहले बांधों की मौजूदा स्थिति भी जाननी बहुत जरूरी है।
राजस्थान के 285 बांधों में 24 फीसदी पानी दर्ज किया गया है। जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 9 बड़े बांधों में 40 फीसदी, छोटे बांधों में 7 फीसदी और 220 बहुत छोटे बांधों में 6 फीसदी पानी की मात्रा दर्ज की गई है। ऐसे में इस बार अच्छे मानसून की उम्मीद है ताकि सूखे और आधे बांध पानी से लबालब हो सके।
राजस्थान के 9 बड़े बांधों की स्थिति
बांध क्षमता पानी का स्तर प्रतिशत
बीसलपुर बांध 315.50 312.90 56.76
ग्लावा बांध 6.1 3 24.73
टोरडी सागर 9.14 0 0
मोरल बांध 9.14 2.03 17.11
सीकरी बांध 3.64 0 0
पार्वती बांध 223.41 212.80 13.40
रामगढ़ बांध 19.82 0 0
छपरवाडा बांध 5.18 0 0
कैलाश सागर बांध 7.93 0 0
छोटे बांधों में पानी की मात्रा कम
मानसून से पहले जल संसाधन विभगा ने जो रिपोर्ट जारी की है, उनके मुताबिक छोटे बांधों की स्थिति अच्छी नहीं है। 27 मीडियम बांधों में केवल 7 फीसदी पानी दर्ज किया गया है। वहीं, छोटे बांधो में केवल 6 फीसदी पानी ही है।
केवल 7 बांधों की स्थिति अच्छी
राजस्थान के बड़े और मीडियम बांधों की बात करें तो केवल 7 बांध ही ऐसे है, जिनकी स्थिति ठीक नहीं है। बीसलपुर बांध, ग्लावा बांध, मोरल बांध, पार्वती समेत चुनिंदा बांधों की स्थिति ठीक है।
कई बांध चढ़ गए अतिक्रमण की भेंट
मानूसन की बारिश अच्छी होने के बावजूद भी बांधों की पानी नहीं पहुंच पाता। वजह ये है कि बांध के बहाव क्षेत्रों में अतिक्रमण हो गया है, जिस कारण बारिश का पानी बांध में नहीं पहुंच पाता। जयपुर के रामगढ़ बांध भी पूरी तरह से अतिक्रमण की भेंट चढ़ गया।

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