चुनावी साल में द्रव्यवती नदी सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट की सौगात जनता को देगी। चुनावों में थोड़ा ही समय बचा है। सरकार आचार संहिता लगने से पहले ही इसे पेश करना चाहती है। ताकि चुनावों में बताया जा सके कि परियोजना की शुरूआत उनकी सरकार ने की।
जयपुर। मौजूदा सरकार चुनावी साल में द्रव्यवती नदी सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट की सौगात जनता को देगी। चुनावों में थोड़ा ही समय बचा है। सरकार आचार संहिता लगने से पहले ही इसे पेश करना चाहती है। ऐसे में जेडीए का मेन फोकस सुशीलपुरा से लेकर जगतपुरा स्थित महल योजना के बीच चल रहे कार्यों को पूरा करना है। कार्यों को गति देने के लिए वॉर रूम भी तैयार किया गया।
दरअसल माना जा रहा है कि यह परियोजना पूरे 47 किलोमीटर की नहीं होगी। सरकार चाहती है कि द्रव्यवती परियोजना की सौगात जनता को वक्त पर मिले ताकि चुनावों में बताया जा सके कि परियोजना की शुरूआत उनकी सरकार ने की।
जेडीए आयुक्त गालरिया ने किया निरीक्षण
ऐसे में जेडीए सुशीलपुरा से लेकर जगतपुरा स्थित महल योजना के बीच चल रहे कार्य को पूरा करने में जुट गई है। वहीं कार्यों की गति को देखने के लिए जेडीए आयुक्त वैभव गालरिया ने प्रोजेक्टस की साइटस पर जाकर दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्वीकारा कि मेजर ज्वाइंटस, प्रोजेक्टस के बीच आ रही पुलियाओं और मिट्टी को निकालने समेत कई काम अभी बाकी हैं। वक्त पर काम पूरा करने के लिए जेडीए ने एक वॉर रूम भी तैयार किया है। द्रव्यवती प्रोजेक्ट के तहत हो रहे कार्यों की डेली बेस पर मॉनिटरिंग की जा रही हैं
बारिश से अटका कार्य
जेडीए ने द्रव्यवती परियोजना को लेकर करीब 60 फीसदी कार्य पूरा कर लिया है। अंबाबाड़ी और विद्याधर नगर में चल रहा कार्य अभी भी पूरा नहीं हो पाया है। दरअसल बारिश के चलते लगातार कार्य प्रभावित हो रहा है। ऐसे में इन दोनों जगह सिर्फ शुरुआती 30% कार्य ही पूरा हो पाया है। वहीं अंबाबाड़ी नाले में लगातार भर रहे बारिश के पानी से कार्य पूरा होने में कई रुकावटें देखी जा रही हैं। हालांकि कुछ समय पहले जेडीए के अधिकारियों ने इस परियोजना का दौरा किया था। उनका फोकस सिर्फ सुशीलपुरा और जगतपुरा के बीच ही रहा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें