शुक्रवार, 31 अगस्त 2018

पेड न्यूज, फेक न्यूज और मतदाताओं को लुभाने वाले पर स्टेट लेवल मीडिया सेल रखेगी पैनी नजर

सभी 33 जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में एमसीएमसी का गठन कर दिया गया है।
 कमेटी का काम चुनाव की अधिघोषणा के साथ और उम्मीदवारों के नामांकन के साथ ही शुरू हो जाएगा। कमेटी उम्मीदवारों द्वारा इलेक्ट्रोनिक, प्रिंट और सोशल मीडिया के जरिये प्रसारित समाचारों पर कड़ी निगरानी रखेगी।
जयपुर। प्रदेश में होने वाले विधानसभा आम चुनाव-2018 में पेड न्यूज, फेक न्यूज और मतदाताओं को लुभाने वाले संदेहास्पद विज्ञापनों पर पैनी नजर रखने के लिए गठित स्टेट लेवल मीडिया सेल की प्रथम बैठक शुक्रवार को अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. जोगाराम की अध्यक्षता में हुई।

शासन सचिवालय परिसर में हुई बैठक में विशेषाधिकारी एचएस गोयल ने पीपीटी प्रजेंटेशन के जरिये अधिकारियों को पेड न्यूज, विज्ञापन प्रमाणीकरण, एमसीएमसी (मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी) और मीडिया मैनेजमेंट से जुड़ी तमाम तरह की जानकारियों से अवगत करवाया।

डॉ. जोगाराम ने कहा कि पिछले चुनाव की तुलना में इस बार सोशल मीडिया का असर चुनावों में ज्यादा देखने को मिलेगा। ऎसे में फेक न्यूज और पेड न्यूज पर कमेटी को कड़ी निगरानी रखनी होगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर प्रसारित होने वाले विज्ञापनों के अलावा सोशल वेबसाइट्स पर आने वाले विज्ञापनों पर भी कमेटी को सजग रहना होगा। उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव विभाग और कमेटी की सजगता के कारण 100 से ज्यादा उम्मीदवारों को नोटिस दिए गए थे।
          गौरतलब है कि राज्य के अलावा सभी 33 जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में एमसीएमसी का गठन कर दिया गया है। कमेटी का काम चुनाव की अधिघोषणा के साथ और उम्मीदवारों के नामांकन के साथ ही शुरू हो जाएगा। कमेटी उम्मीदवारों द्वारा इलेक्ट्रोनिक, प्रिंट और सोशल मीडिया के जरिये प्रसारित समाचारों पर कड़ी निगरानी रखेगी। बैठक में अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) कैलाश यादव, अतिरिक्त निदेशक (सूजस) पीपी त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक एससी मीणा, सहायक निदेशक जसराम मीणा, सहायक निदेशक आशीष खंडेलवाल व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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