शनिवार, 18 अगस्त 2018

लुधियाना में सिद्धू के पोस्टर जलाए,पाक सेना प्रमुख के गले मिलने का विरोध

पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है। इस्लामाबाद में आयोजित शपथ-ग्रहण समारोह में पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू वहां पहुंचे गए और वहां पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से गले मिलते नजर आए। इसके बाद सिद्धू के लूधियाना में पोस्टर जलाए गए। विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि यह भारत के शहीदों का अपमान है।

हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने कहा कि पंजाब सरकार के मंत्री पाकिस्तान में जाकर सेना के प्रमुख को गले लगाना देश का अपमान है । साथ ही पंजाब सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए। उनके जाने पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि देश में राष्ट्रीय शोक के बावजूद भी जाना ठीक नहीं है।

कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने एक चैनल पर कहा है कि यदि वे मुझसे सलाह लेते, तो मैं उन्हें पाकिस्तान जाने से रोकता। वे दोस्ती के नाते गए हैं, लेकिन दोस्ती देश से बड़ी नहीं होती है। सीमा पर हमारे जवान मारे जा रहे हैं और ऐसे में पाकिस्तान सेना के चीफ को सिद्धू का गले लगाना गलत संदेश दे रहा है। भारत सरकार को उन्हें पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी। भारत सरकार की सहमति से वे पाकिस्तान गए हैं।


शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने भी सवाल दाग दिया कि कांग्रेस नेता सिद्धू भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने की जगह पाकिस्तान चले गए, कहां तक उचित है। कांग्रेस नेता सुनील जाखड ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिना न्यौते शरीफ के घर शादी में चले जाते हैं , हमारे सिद्धू के पास निमंत्रण होने के बाद जाना क्या गलत है क्या। वे एक खिलाडी के नाते वहां गए हैं। गलत किया या सही, यह तो इतिहास ही बताएगा। 

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