सोमवार, 27 अगस्त 2018

प्रदेश भाजपा संगठन वक्ताओं को भाषण देने और सरकार की उपलब्धियां गिनाने की ट्रेनिंग दे रही है

प्रदेश भाजपा संगठन स्थानीय भाजपा इकाई को सक्रिय कर आगामी चुनाव के लिए मजबूती के साथ खड़ा करना चाहती है
.यही कारण है कि वक्ताओं को भाषण देने और सरकार की उपलब्धियां गिनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. वक्ताओं को मीडिया से बातचीत के दौरान सावधानी बरतने के टिप्स दिए
 गए.साथ ही वक्ताओं को यह भी निर्देश दिए गए कि वो मीडिया के सामने पार्टी की गाइडलाइन के अलावा किसी अन्य विषय पर न बोले. ऐसा करने के पीछे प्रदेश भाजपा का मकसद साफ है कि ऐसे कोई बयान मीडिया में ना आए जिससे बाद में पार्टी की फजीहत हो। 
जयपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव में महज कुछ ही महीनों का वक्त बचा है और इसके लिए भाजपा जोर-शोर से चुनावी प्रचार में जुट गई है. एक तरफ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रदेश में चुनावी यात्रा कर रही हैं. वहीं दूसरी ओर भाजपा संगठन भी विधानसभा स्तर पर सम्मेलन करवा रही है.

इन सम्मेलनों के जरिए प्रदेश भाजपा संगठन स्थानीय भाजपा इकाई को सक्रिय कर आगामी चुनाव के लिए मजबूती के साथ खड़ा करना चाहती है. यही कारण है कि मुख्यमंत्री की यात्रा के साथ ही विधानसभा स्तर पर सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है. हर विधानसभा में कम से कम सात सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं.
कुछ सम्मेलन हो चुके हैं लेकिन एक हजार से अधिक सम्मलेन होना बाकी है. इन सम्मेलनों में वक्ताओं को भाषण देने और सरकार की उपलब्धियां गिनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. इस प्रशिक्षण के लिए प्रदेश भाजपा मुख्यालय में सोमवार को कार्यशाला भी हुई. जिसमें करीब 200 वक्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया.


कार्यशाला को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी, पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री वी सतीश और प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने भी संबोधित किया. इस दौरान वक्ताओं को मीडिया से बातचीत के दौरान सावधानी बरतने के टिप्स दिए गए. वहीं सम्मेलनों में कौन-कौन सी योजनाओं की जानकारी कार्यकर्ताओं को देना है इस बारे में भी बताया गया.



इसके साथ ही वक्ताओं को यह भी निर्देश दिए गए कि वो मीडिया के सामने पार्टी की गाइडलाइन के अलावा किसी अन्य विषय पर न बोले. ऐसा करने के पीछे प्रदेश भाजपा का मकसद साफ है कि ऐसे कोई बयान मीडिया में ना आए जिससे बाद में पार्टी की फजीहत हो। प्रदेश भाजपा महामंत्री वीरमदेव सिंह के अनुसार जिन विधानसभाओं में यह सम्मेलन हो चुके हैं वहां प्रशिक्षित पदाधिकारियों और विधायकों को भेजा गया था। लेकिन जिन विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन हो रहे हैं उनके वक्ताओं को प्रदेश मुख्यालय में प्रशिक्षित कर भेजा जा रहा है।

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