शुक्रवार, 31 अगस्त 2018

प्रधानमंत्री जवाब दें कि उन्होंने देश के अर्थव्यवस्था की धज्जियां क्यों उड़ाईं?: राहुल गांधी

मोदी ने सही बात कही थी कि 70 साल में जो कोई नहीं कर पाया, उसे वो करेंगे.
 आज यह बात सही साबित हुई. जो पिछले 70 साल में किसी ने नहीं किया वो उन्होंने कर दिखाया और भारत की अर्थव्यवस्था की धज्जियां उड़ा दीं.
  कांग्रेस अध्यक्ष ने  एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मोदी जी ने नोटबंदी क्यों की. दरअसल, उनके सबसे बड़े 15-20 क्रोनी कैपिटलिस्ट ने बैंकों से कर्ज लिए और उनके पास एनपीए (फंसे हुए कर्ज) हैं. मोदी जी ने जनता की जेब से पैसे लेकर क्रोनी कैपिटलिस्ट लोगों की मदद की. यही नोटबंदी का लक्ष्य था.’नोटबंदी के समय मोदी जी के मित्रों ने कालेधन को सफेद में बदलने का काम किया. गुजरात का सहकारी बैंक इसका उदाहरण है. अमित शाह जिस बैंक में निदेशक हैं उसमें 700 करोड़ रुपये जमा किए गए. इसलिए यह नोटबंदी बड़ा घोटाला था.नोटबंदी का इरादा क्या था. नोटबंदी का इरादा यह था कि 15-20 क्रोनी कैपिटलिस्ट की कालेधन को सफेद करने में मदद की जाए और छोटे कारोबारियों, दुकानदारों को खत्म करके बड़ी कंपनियों की मदद की जाए.
  पूंजीपतियों के लिए नोटबंदी की थी. यह  छोटे उद्योगों और छोटे व्यापारियों छोटे दुकानदारों, छोटे कारोबारियों पर आक्रमण था और  पैर पर मारी गई कुल्हाड़ी थी. हमला था.


 नोटबंदी से जुड़े रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़े सामने आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि उन्होंने 15-20 सबसे बड़े ‘क्रोनी कैपिटलिस्ट’ (सत्ताधारियों से साठगांठ करने वाले पूंजीपतियों) के कालेधन को सफेद कराने में मदद के इरादे से नोटबंदी का कदम उठाया था.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को देश के युवाओं और छोटे कारोबारियों को यह जवाब देना चाहिए कि उन्होंने अर्थव्यवस्था की ‘धज्जियां क्यों उड़ाईं?’

गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘प्रधानमंत्री जी ने देश के युवाओं, छोटे दुकानदारों, सूक्ष्म, लघु एवं मझोले कारोबारियों से वादा किया था कि नोटबंदी से काला धन खत्म हो जायेगा, नकली नोट खत्म हो जाएंगे और आतंकवाद पर भारी चोट लगेगी.’

उन्होंने कहा, ‘अब नोटबंदी का परिणाम आ गया है. परिणाम यह है कि पूरा का पूरा पैसा वापस आ गया है. जीडीपी को दो फीसदी का नुकसान हुआ है. करोड़ों लोगों का रोजगार छिना. प्रधानमंत्री जी देश और युवाओं को जवाब देना है कि उन्होंने अर्थव्यवस्था पर इतनी बड़ी चोट क्यों मारी?’

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘मैं युवाओं, छोटे दुकानदारों और छोटे कारोबारियों को यह बताना चाहता हूं कि मोदी जी ने नोटबंदी क्यों की. दरअसल, उनके सबसे बड़े 15-20 क्रोनी कैपिटलिस्ट ने बैंकों से कर्ज लिए और उनके पास एनपीए (फंसे हुए कर्ज) हैं. मोदी जी ने जनता की जेब से पैसे लेकर क्रोनी कैपिटलिस्ट लोगों की मदद की. यही नोटबंदी का लक्ष्य था.’

उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी के समय मोदी जी के मित्रों ने कालेधन को सफेद में बदलने का काम किया. गुजरात का सहकारी बैंक इसका उदाहरण है. अमित शाह जिस बैंक में निदेशक हैं उसमें 700 करोड़ रुपये जमा किए गए. इसलिए यह नोटबंदी बड़ा घोटाला था.’

गांधी ने कहा, ‘मोदी ने सही बात कही थी कि 70 साल में जो कोई नहीं कर पाया, उसे वो करेंगे. आज यह बात सही साबित हुई. जो पिछले 70 साल में किसी ने नहीं किया वो उन्होंने कर दिखाया और भारत की अर्थव्यवस्था की धज्जियां उड़ा दीं. मोदी जी को यह जवाब देना है कि उन्होंने आम लोगों से पैसे छीनकर 15-20 सबसे बड़े क्रोनी कैपिटलिस्ट को क्यों दिया.’

राफेल मामले में उद्योगपति अनिल अंबानी के समूह द्वारा कांग्रेस को कानूनी नोटिस दिए जाने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘अनिल अंबानी जी ने पूरी कांग्रेस पार्टी पर मानहानि का मामला दर्ज करा दिया है. आप मामला दर्ज कराइए, लेकिन मानहानि के मामले से सच्चाई नहीं बदलती है. सच्चाई यह है कि मोदी जी ने 15-20 क्रोनी कैपिटलिस्ट के लिए नोटबंदी की और अपने मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए राफेल सौदा किया.’

एक अन्य सवाल के जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘आपको जल्द पता चल जाएगा कि नोटबंदी का इरादा क्या था. नोटबंदी का इरादा यह था कि 15-20 क्रोनी कैपिटलिस्ट की कालेधन को सफेद करने में मदद की जाए और छोटे कारोबारियों, दुकानदारों को खत्म करके बड़ी कंपनियों की मदद की जाए. नोटबंदी कुछ नहीं, बल्कि बड़ा घोटाला है.’

उन्होंने कहा, ‘छोटे दुकानदारों, छोटे कारोबारियों सुन लो. नोटबंदी कोई गलती नहीं थी, बल्कि आपके ऊपर आक्रमण था और आपके पैर पर मारी गई कुल्हाड़ी थी.’

यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री से माफी की मांग करेंगे तो गांधी ने कहा, ‘माफी तब मांगी जाती है जब गलती होती है. प्रधानमंत्री जी ने यह जानबूझकर किया. उनका लक्ष्य ऐसे लोगों की मदद करना था जिनके कारण टेलीविजन पर उनका चेहरा दिखाई देता है.’

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