शुक्रवार, 24 अगस्त 2018

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट की सांसें अटकी

राजस्थान की रेतीली धरा की राजनीति गरमा गई है। विधानसभा चुनाव के मैदान में भाजपा-कांग्रेस के बीच जारी शह-मात के खेल में नया मोड़ आ गया है।
 रेतीली धोरों में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही राजनीति गरमा गई है। यहां के राज परिवार की पूर्व महारानी रासेश्वरी राज्यलक्ष्मी ने जैसलमेर विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। उनके इस घोषणा के साथ ही राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है। वहीं, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट की सांसें अटक गई है। क्योंकि, उन्होंने अभी तक यह घोषणा नहीं की है कि कोनसे दल से चुनाव लड़ेंगी।

जानकारी के अनुसार राज्यलक्ष्मी ने राजपूत समाज के साथ हुई बैठक के दौरान विधानसभा चुनाव लडने की इच्छा जताई है। साथ ही इस संबंध में उन्होंने समाज के लोगों से समर्थन भी मांगा है। हालांकि, उन्होंने इस बैठक के दौरान किसी दल को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है। राज्यलक्ष्मी की ओर से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से यहां की जनता की निगाहें भी उनकी तरफ टिक गई है।

राजनीति के जानकारों का कहना है कि राज्यलक्ष्मी के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद यह तय है कि दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस उन्हें तवज्जो देंगी। हालांकि, चर्चा यह भी है कि उनका झुकाव कांग्रेस की तरफ है। राज्यलक्ष्मी के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद अब सभी की निगाहें इस तरफ टिकी है कि वे किस दल से मैदान में उतरती हैं।


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