मध्य प्रदेश में सियासी संकट के बाद जयपुर में ठहरे कांग्रेस विधायकों को लेकर शनिवार देर रात और सियासत गर्मा गई। राजस्थान कांग्रेस की ओर से जिस रिसॉर्ट में विधायकों को ठहराया गया है, उसका निर्माण अवैध रूप में से नाले के बहाव क्षेत्र में बताते हुए बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा समर्थकों के साथ विरोध जताने पहुंच गए।
रामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र में बने ट्री हाउस रिसॉर्ट को लेकर लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। देर रात रिसॉर्ट पर विरोध करने के लिए पहुंचने से राज्य की कांग्रेस सरकार की मुसीबत और बढ़ गई हालांकि देर रात पुलिस ने किरोड़ी लाल मीणा को समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने किरोड़ी लाल मीणा को गिरफ्तार करके सामोद पुलिस थाने में भेज दिया, जहां विधायक रामलाल शर्मा भी बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ सामोद पुलिस थाने पहुंचे।
पुलिस थाने पर प्रशासन ने सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। गोविंदगढ़ सीओ संदीप सारस्वत जमवारामगढ़ सीओ लाखन मीणा सहित भारी संख्या में पुलिस जाब्ता मौके पर मौजूद है।
मध्यप्रदेश के बाद अब गुजरात के कांग्रेस विधायकों को भी जयपुर लाया गया है। बीती रात अहमदाबाद से 14 विधायक फ्लाइट से जयपुर पहुंचे। गुजरात में राज्यसभा चुनाव में बिखराव रोकने की कवायद के तहत इन विधायकों को जयपुर और उदयपुर लाने की रणनीति बनाई गई है। कांग्रेस को गुजरात में क्रॉस वोटिंग का खतरा है। इसलिए गुजरात कांग्रेस के विधायकों की बाड़ेबंदी की जा रही है। मुख्य सचेतक महेश जोशी एयरपोर्ट पर सभी 14 विधायकों को लेने पहुंचे थे।
राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को हाईकमान सबसे सुरक्षित मानकर चल रहा है। इसके कारण ही जिस भी राज्य में सियासी संकट के चलते विधायकों को सुरक्षित रखने की बारी आती है तो राजस्थान में बाड़ेबंदी की जाती है। राजस्थान इस वक्त एमपी और गुजरात कांग्रेस के लिए ट्रबल शूटर की भूमिका में है। इससे पहले बीते नवंबर में महाराष्ट्र कांग्रेस के विधायकों की जयपुर के ब्यूना विस्टा रिसॉर्ट में बाड़ेबंदी की गई थी। अब मध्यप्रदेश के विधायक 2 रिसॉर्ट्स में रुके हुए हैं। उनके जाने से पहले ही गुजरात कांग्रेस के विधायकों को लाया गया है। बताया जा रहा है कि 5 और विधायक ऑन रोड उदयपुर पहुंचे हैं।

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