जयपुर। देश की राजधानी में वीवीआईपी सुरक्षा दे रही राजस्थान आर्म्ड पुलिस के रिएम्बर्समेंट का झगड़ा गृहमंत्रालय तक पहुंच गया है। राजस्थान से दी जा रही सुरक्षा के पेटे दिल्ली पुलिस पर 42 करोड़ से ज्यादा राशि बकाया है। हालत यह है कि बार-बार तकाजा करने के बावजूद दिल्ली पुलिस भुगतान नहीं कर रही है। ऐसे में राशि को दिलाने के लिए गृहमंत्रालय को दखल देना पड़ा है।
दिल्ली में वीआईपी और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए राजस्थान सशस्त्र बल की तीन बटालियन तैनात है। आरएसी की आठवीं, 11वीं और 12वीं बटालियन बरसों से नई दिल्ली में तैनात है। इन बटालियनों के जवानों के वेतन, भत्तों और सुविधाओं की राशि का रिएम्बर्समेंट दिल्ली कर रही है। लेकिन आठवीं और 12वीं बटालियन के छह महीनों के रिएम्बर्समेंट का भुगतान नहीं हो पाया है।
अप्रेल से नवम्बर 2016 के बीच रिएम्बर्समेंट मांगा गया है. पीएचक्यू से 6 फरवरी 2020 को गृहमंत्रालय से रिएम्बर्समेंट दिलाने की मांग की है। गृहमंत्रालय की अपर सचिव चित्रा नारायण ने 25 फरवरी 2020 को दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है। पत्र में पुनर्भरण राशि स्वीकृत करने और डीजीपी राजस्थान को भिजवाने की बात कही है। चित्रा नारायण ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को इसी वित्तीय वर्ष में भुगतान करने के निर्देश दिए हैं।
राजस्थान पुलिस और दिल्ली पुलिस के बीच सुरक्षा के पेट रिएम्बर्समेंट बकाए का विवाद काफी लम्बे समय से चला रहा है। इससे पहले भी दिल्ली पुलिस और राजस्थान पुलिस के बीच वर्ष 2015 में तीनों बटालियन के 57 करोड़ के रिएम्बर्समेंट का विवाद चला था, जिसमें गृहमंत्रालय के दखल के बाद भुगतान मिल गया था। फिलहाल दोनों के बीच अप्रेल से सितम्बर 2016 के बीच का बकाया का विवाद है।
कब कितना बकाया
आठवीं बटालियन आरएसी (अप्रेल से जून 20016) 11 करोड़ 54 लाख 66 हजार 338
- आठवीं बटालियन आरएसी (जुलाई से सितम्बर 2016) 11 करोड़ 64 लाख 18 हजार 285
- 12वीं बटालियन आरएसी (अप्रेल से जून 20016) 9 करोड़ 55 लाख 89 हजार 774
- 12वीं बटालियन आरएसी (9 जुलाई से सितम्बर 2016) 10 करोड़ 13 लाख 57 हजार 093
-कुल बकाया 42 करोड़ 88 लाख 31 हजार 490 रुपए है।

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