सोमवार, 23 मार्च 2020

सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी ने भी किए कोरोना वायरस रोकने के विशेष उपाए

जयपुर। राजस्थान में कोरोना वायरस के चलते 31 मार्च तक लॉकडाउन है। औद्योगिक, इकाइयां बाजार और दुकानें बंद है। आवश्यक श्रेणी में मानते हुए केवल सब्जी और किराना दुकानों को संचालन की अनुमति दी गई है। वहीं, प्रदेश की सबसे बड़ी फल सब्जी मंडी मुहाना टर्मिनल में आज दोपहर तक कामकाज हुआ। इस दौरान मंडी समिति प्रशासन और कारोबारियों ने एतिहातन कोरोनावायरस की रोकथाम के उपाय किए।

अधिकतर कारोबारी मास्क लगाकर सब्जी बिक्री करते दिखे। साथ ही, मंडी प्रशासन ने हाथ धोने के लिए अतिरिक्त पानी के टैंकर लगाए हैं। किसानों और खरीददारों को अनावश्यक रूप से मंडी परिसर में नहीं रहने दिया जा रहा है। बता दें कि, मंडी में दोपहर 12 बजे तक ही कामकाज की अनुमति है। 

मुहाना थोक विक्रेता फल सब्जी मंडी संघ अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि बाहर से आने वाले फल और सब्जियों की आपूर्ति में गिरावट आई है। स्थानीय जिलों और आसपास के गांव से किसान ही मंडी में हरी सब्जी ला रहे हैं। मंडी में सुरक्षा के साथ-साथ जागरूकता के भी प्रयास किए जा रहे हैं। 


गौरतलब है कि, कोरोना वायरस संक्रमण के देखते हुए राजस्थान में अब 31 मार्च तक लाक डाउन रहेगा। राजस्थान भार में लॉक डाउन करने वाला पहला राज्य बन गया है। इस दौरान रोजमर्रा की जरूरत वाली सामानों जैसे सब्जी और दूध की दुकानों के साथ-साथ मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे। इनके अलावा कोई दुकान नहीं खुलेगी। इससे पहले कुछ राज्यों ने कुछ शहरों में लॉकडाउन किया है।

लॉकडाउन का मतलब होता तालाबंदी। यानी किसी व्यक्ति या जगह को बंद कर दिया जाता है। विशेष हालातों में लॉकडाउन लगाया जाता है। इसमे लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। यह कुछ-कुछ कर्फ्यू जैसे ही होता है। बस फर्क यह है कि लॉकडाउन किसी आपदा या महामारी के वक्त लागू किया जाता है। एक तरह का सुरक्षात्मक उपाय है। कर्फ्यू की तरह ही लॉकडाउन में भी लोगों को घर से निकलने की अनुमति नहीं होती है। बहुत जरूरी काम जैसे दवा, खाने-पीने का सामान के लिए ही घर से बाहर जा सकते हैं।

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