जयपुर। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ राजस्थान सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। राजस्थान सरकार ने CAA कानून को रद्द करने की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि CAA कानून मौलिक अधिकारों का हनन करता है. CAA संविधान के मूल भावना के खिलाफ है और इसका उल्लंघन करता है।
राजस्थान CAA के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दाखिल करने वाला तीसरा राज्य है। इससे पहले केरल और पंजाब भी CAA के सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर चुके हैं।
AAG मनीष सिंघवी ने सविधान के अनुच्छेद 131 के तहत याचिका राजस्थान सरकार ही ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में धर्म के आधार पर भेदभाव और वर्गीकरण करने को चुनौती दी है। इसमें राजस्थान विधानसभा में लिए गए प्रस्ताव को भी संलग्न किया गया है।
आपको बता दें कि राजस्थान सरकार शुरुआत से ही CAA के खिलाफ है। सीएम गहलोत ने 22 दिसंबर को कहा था कि आज प्रधानमंत्री जी से मैं अपील करना चाहूंगा, कृपा करके देश में जो कुछ हालात बन गए हैं। देशवासियों की भावनाओं को समझने की कोशिश करें। ये खाली माइनॉरिटीज का सवाल नहीं है, ये जो मैसेज गया हुआ है, मुस्लिमों के हिसाब से लोग सड़कों पर आ रहे हैं, बिल्कुल गलत है। हालात ये हैं कि छात्र चाहे वो किसी भी जाति का हो, किसी धर्म का हो, जामिया मिलिया से शुरु हुआ, पूरे देश में फैल गया क्योंकि ये जो कानून बनाए गए हैं, इसमें सिर्फ एक कौम को टार्गेट नहीं होगी। इसमें सभी धर्म के लोग, सभी जाति के लोग तकलीफ़ पाएंगे। जैसे आपके नोटबंदी के वक्त में पूरे मुल्क में लाइनें लगी थीं, 150 लोग मारे गए थे, तब भी मोदीजी घबरा गए थे, जैसे अभी घबराए हुए हैं। मोदी जी भी और अमित शाह जी भी और सफाई देते फिर रहे हैं।
गहलोत ने कहा कि उस वक्त में भी मुझे याद है घबरा गए थे और ये कहा था मुझे सिर्फ भाइयों और बहनों 50 दिन दे दीजिए, 50 दिन में मैं सब ठीक कर दूंगा वरना मैं चौराहे पर आकर खड़ा हो जाऊंगा। आज हालात बहुत गंभीर बन गए हैं, मैं उनसे अपील करूंगा लोगों की भावनाओं को समझें, इसको निरस्त करें और ये विश्वास दिलाएं देश के लोगों को, अगर कोई अवैध शरणार्थी है, अवैध घुसपैठिए हैं, उस तक कार्रवाई सीमित करेंगे। उसमें देश में किसी को चाहे हिंदू है, चाहे मुस्लिम हैं, सिख है, चाहे ईसाई है, किसी को ऐतराज नहीं है, कोई ऐतराज नहीं होगा। ये घोषणा करें, जो अवैध घुसपैठिए आ गए हैं, उससे हमें चिंता है हम उसको रोकना चाहते हैं, पूरा मुल्क उनके साथ रहेगा।

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