मंगलवार, 24 मार्च 2020

किसी को खाद्य सामग्री की हो जरूरत तो प्रशासन को बताएं

लॉकडाउन के बीच लोगों को राशन सामग्री, दूध, सब्जी के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है

जयपुर।  लॉकडाउन के बीच लोगों को राशन सामग्री, दूध, सब्जी के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है।  जिला कलेक्टर डाॅ.जोगाराम ने कहा है कि जिले में दवाइयों, दूध, आटा, दाल, तेल, पेट्रोल जैसी अभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुचारू है और इस आपूर्तिलाइन को सुचारू रखने के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई है। 

साथ ही कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए समन्वित प्रभावी प्रयासों के लिए शहर को चार हिस्सों में बांटकर प्रशासन, पुलिस और निगम जैसे विभागों के अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित की कर दी गई है।  कई स्तर पर स्थापित कन्ट्रोल रूम  के जरिए मिलने वाली सूचनाओं पर प्रभारी अधिकारियों के निर्देशन में त्वरित कार्यवाही की जा रही है।  

जिला प्रशासन, नगर निगम, चिकित्सा विभाग, कृषि मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों, अनाज, दाल, तेल किराना एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं से जुडे़ व्यापारियों के संगठनों और एनजीओ प्रतिनिधियो के साथ बैठक कर फीडबैक लिया और निर्देश दिए. डाॅ. जोगाराम ने व्यापारियों से कहा कि लाॅकडाउन के दौरान आटा-दाल-तेल एवं खाद्य से जुड़ी वस्तुओं की दुकानों और इन वस्तुओं का उत्पादन करने वाली मिलों एवं अन्य फेक्ट्रियों पर लाॅकआउट के दौरान रोक नहीं है। 


इन व्यापार से जुड़े बाहर से आने वाले और शहर में वाणिज्यिक वाहनों एवं लोडिंग गाडियों को परमिट जारी किया जा रहा है।  उन्होंने किराना व्यापारियों के संगठन से शहर में सभी किराना दुकानें खोले रखने का आग्रह किया जिससे आमजन को ये वस्तुएं आसानी से उपलब्ध रहें।  शहर में 7 हजार से अधिक किराना दुकाने हैं।  

उन्होंने बताया कि पुलिस को भी इन दुकानों, मिलों आदि को खुला रखने के निर्देष दिए जा चुके हैं।  जिला कलेक्टर जोगाराम ने बताया कि जिले में दुग्ध आपूर्ति सुचारू रहेगी।  लाॅकडाउन के दौरान शहर की करीब 3500 दुग्ध आपूर्ति दुकानें और 700 बूथ खुले रहेंगे।  दूध संग्रहण और दूध आपूर्ति के सम्बन्ध में चार अधिकारियों की टीम लगाई गई है।  जो रोजना 12 घंटे निगरानी रख रहे हैं।  अभी करीब 400 गाड़ियों में दूध की आपूर्ति की जा रही है।  उनको निर्धारित प्रक्रिया से सेनेटाइज कराया जा रहा है।  

मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए निर्देश के अनुसार लाॅकडाउन के कारण शहर में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोए, इसकी व्यवस्था की गई है।  इसके लिए नगर निगम द्वारा रसद विभाग, अक्षय पात्र, मोतीडूंगरी मंदिर, गोविन्ददेवजी मंदिर, रसद विभाग एवं अन्य एनजीओ के सहयोग से चिन्हित स्थानों पर दोनों समय पका भोजन वितरित किया जाएगा।  इसके लिए फील्ड अधिकारियों से सर्वे करा लिया गया है।  अभी शहर में 13 स्थायी और 3 अस्थायी रेन बसेरा क्षेत्र में 300 लोगों और अक्षय कलेवा के 11 सेंटर्स पर करीब 1000 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है।  

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