जयपुर। कोरोना वायरस का खतरा हर जगह बना हुआ है। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से एहतियात बरतने की अपील कर रही हैं। सबसे ज्यादा खतरा भीड़-भाड़ वाली जगहों को लेकर बना हुआ है। धार्मिक स्थलों पर सबसे ज्यादा भीड़ होने के कारण धार्मिक गुरूओं से अपील की गई है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अपील के बाद धार्मिक गुरूओं ने धार्मिक स्थलों पर एहतियात बरतना शुरू कर दिया है। सर्व समाज की ओर से पिंकसिटी प्रेस क्लब में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए धार्मिक संस्थाओं की मौजूदगी में प्रेस वार्ता की गई। बैठक की अध्यक्षता मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने की।
इस दौरान धार्मिक गुरूओं ने अपने-अपने धार्मिक स्थलों में एहितयात के तौर पर बरतने वाली सावधानियों को सबके समक्ष किया। मंच पर आसीन धर्मगुरुओं ने कहा कि राजधानी के धार्मिक स्थलों पर आने वाले लोगों के लिए हैंड सेनेटाइन के अलावा पोस्टर के जरिए जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्हें कम से कम समय यहां रुकने का आहवान किया जा रहा है।
मोतीडूंगरी गणेश जी मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने कहा कि मंदिर में अनाउंस के जरिए भक्तों को कम समय रुकने के लिए कहा जा रहा है। इसके अलावा जगह—जगह पोस्टर और लाइनों में सेनेटाइजर भक्तों को दिया जा रहा है। वहीं आगामी दिनों में 2500 से ज्यादा बैनर के जरिए स्वास्थ्य विभाग टीम की मदद से जागरुक करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। 40 से ज्यादा सेवक सेवा दे रहे हैं। ज्यादा से ज्यादा लोग घरों में रहकर आराधना करें।
गोविंद देव जी मंदिर के प्रबंधक मानस गोस्वामी ने कहा कि पूरे मंदिर परिसर में माइक के जरिए भक्तों को जल्दी दर्शन कर आगे बढ़ने के लिए कहा जा रहा है। पंचामृत, चरणामृत और मोदक प्रसादी के लिए लाइनों को बंद कर दिया है। भक्तों के लिए एकतरफा प्रवेश और निकास की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। मंदिर परिसर तीनों प्रवेश द्धारों पर में सेनिटाइज कराकर बोर्ड और होल्डिंग लगवा दिए है।
पूरे मंदिर परिसर के सभी गेटो पर सार्वजनिक सूचना के साथ ही सुरक्षाकमिर्यों की और से भी लोगों को जागरुक किया जा रहा है। वहीं, सेनिटाइजर रखवाए हैं। दोपहर में पूरे मंदिर को सेनिटाइजर किया गया। इसके साथ ही रामनवमी की शोभायात्रा को रद्द किया है। 31 मार्च तक मंदिर में राधा गोविंद देव जी प्रशिक्षण केन्द्र को बंद किया है।
वहीं, राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष खानु खान बुधवाली ने कहा कि प्रदेशभर की सभी मस्जिद कमेटियों से बातचीत जारी है। पूरी मॉनिटरिंग की जा रही है। नमाज से पहले मस्जिदों में वुजू के होद खाली करवा लिए हैं। उर्स और मेले फिलहाल स्थगित किए हैं। इधर, जामा मस्जिद के सदर नईमुद्दीन कुरैशी ने कहा कि समाजबंधुओं से सुन्नत और नफिल की नमाज घर से अदा करने का आहवान किया जा रहा है। ताकि नमाजियों को मस्जिद में कम से कम समय रहना पड़े। मस्जिद में सिर्फ फर्ज नमाज अदा करें और बाकी नमाज भी घर जाकर ही पढ़ें।
अतिशत क्षेत्र दिगंबर जैन मंदिर महावीर जी कमेटी के अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल ने कहा कि अगले महीने महावीर जयंती पर करौली जिले के महावीरजी में होने वाले सभी सांस्कृतिक और अन्य कार्यक्रमों को रद्द किया है। मेले सहित कोई कार्यक्रम फिलहाल नहीं होगें। जैन मंदिरों में चंदन का टीका नहीं लगाने सहित अन्य कार्यक्रम नहीं होंगे। सभी धर्मशालाओं की ऑनलाइन बुकिंग बंद कर दी गई हैं। वर्तमान में जो भी यात्री क्षेत्र पर आ रहे हैं, उनको व्यवस्थित रूप से दो-चार यात्रियों को ही मंदिर जी में दर्शन कराए जाएंगे।
सिख समाज के मनिंदर सिंह बग्गा ने कहा कि प्रदेशभर के चिकित्सकों ने जो करिश्मा किया है वह मिसाल है। सभी गुरुद्धारों में सेनेटाइजिंग की जा रही है। इसके साथ ही कार्यक्रमों को नहीं करवाने का भी आहवान किया है। वहीं, अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष जसबीर सिंह ने कहा कि धार्मिक स्थानों पर कम से कम भीड़ पहुंचे। घर पर ही अपनी आराधना करें। पं.पुरुषोत्म भारती ने कहा कि ठाकुर जी के वास को मन में रखें। इस मुश्किल समय से निपटने के लिए सभी को सावधान रहने की जरूरत है।
वहीं, फादर विजयपाल सिंह ने कहा कि महामारी से बचने के लिए अस्पताल से टीम को बुलाकर सीखा है कि कैसे इस वायरस से बच सकते है। 3500 साल पहले इस बीमारी के बारे में बाइबल में लिखा था। ऐसे समय में एक दूसरे की मदद करें। सब अच्छा होगा। कच्ची बस्ती में जाकर जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।
महंत स्वामी अवधेशाचार्य ने सभी से तीर्थ में एक साथ एकत्र नहीं होने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि मानवता सबसे बड़ा धर्म है और मानवता तो बचेगी तो हम बचेंगे। हमें इस खतरनाक संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतनी होगी। गलताजी के सभी मंदिरों में स्थानों पर सेनिटराइज कराकर व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहनाया गया है। सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाकर स्प्रे करवाया जा रहा है। इसी प्रकार यहां के अन्य मंदिरों में भी सुरक्षा के साथ ही होर्डिंग सहित अन्य सूचना पटट् भी लगाएं जा रहे है।
चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमानजी मंदिर-लोगों को जागरुक किया गया। इसके साथ आने वाले भक्तों को सेनिटाइजर दिया गया। खोले के हनुमान जी मंदिर में भक्तों को काढा पिलाया गया। इसके साथ ही पोस्टर के जरिए जरूरी सावधानियां रखने के लिए जागरूक किया गया।
गोविंद देव जी मंदिर, मोती डूंगरी गणेश मंदिर, नहर के गणेश मंदिर सहित अन्य मंदिरों के महंतों ने मंदिर में आने वाले भक्तों को अच्छी तरह हाथ साफ कर मास्क लगाकर आने की अपील की जा रही है। मंदिर की रैलिंग व दरवाजों को हर दो घंटों में सैनिटाइज करवाया जा रहा है। पुजारियों को मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। साथ ही भक्तों घर से ही ई-दर्शन करने की अपील की जा रही है।

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