जयपुर। शहरी सरकार चुनने के लिए लेकसिटी में चुनावी माहौल बना हुआ है। प्रचार-प्रसार को लेकर कुछ निर्दलीय दम लगा रहे हैं तो कुछ वार्डों में दोनों प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी आमने-सामने होंगे। इस बीच नए परिसीमन में कुछ विशेष बातें सामने आई हैं।
जयपुर शहर के दोनों नगर निगम के वार्डों में सबसे कम और सबसे ज्यादा वोटर्स के बारे में। निकाय चुनाव की तारीख घोषित होने के साथ ही जिला प्रशासन ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। जयपुर के दोनों निगम हैरिटेज और ग्रेटर की मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया है।
इसमें खास बात है कि जयपुर में विद्याधर नगर विधानसभा के वार्ड संख्या 33 में सबसे कम मतदाता हैं। इनकी संख्या 4074 है। वहीं, हैरिटेज निगम का वार्ड संख्या 62 में 5 हजार 709 मतदाता हैं। दूसरी ओर हैरिटेज निगम में आने वाला हवामहल विधानसभा का वार्ड 13 सबसे बड़ा है। इसमें 13 हजार 928 मतदाता हैं। इसके अलावा जयपुर नगर निगम ग्रेटर में विद्याधर नगर विधानसभा के कुल 42 वार्डों में सबसे ज्यादा मतदाता हैं, इनकी संख्या 332008 है।
5 अप्रैल को चुनी जाएगी शहरी सरकार
वहीं, नगर निगम हैरिटेज में हवामहल विधानसभा में कुल 26 वार्डों में सबसे ज्यादा 2 लाख 40 हजार 977 मतदाता हैं। कुल मतदाताओं की बात करें तो हैरिटेज में 9 लाख 32 हजार 808 कुल मतदाता हैं, तो ग्रेटर में 12 लाख 28 हजार 911 मतदाता हैं। दोनों निगमों में कुल 21 लाख 61 हजार 719 मतदाता 5 अप्रैल को शहरी सरकार चुनेंगे।
यह है हैरिटेज निगम की स्थिति
-किशनपोल वार्ड 62, सबसे छोटा : 5709 मतदाता
-हवामहल वार्ड 13, सबसे बड़ा : 13928 मतदाता
-हवामहल विधानसभा में कुल 26 वार्डों में सबसे ज्यादा मतदाता- 2,40,977
यह है ग्रेटर निगम की स्थिति
विधानसभा क्षेत्र वार्ड संख्या मतदाताओं की संख्या
विद्याधरनगर वार्ड सबसे छोटा 33 4074
झोटवाड़ा का वार्ड सबसे बड़ा 44 13281
विद्याधर नगर विधानसभा में कुल 42 वार्डों में सबसे ज्यादा मतदाता- 3,32,008
जिला प्रशासन और पार्टी नेता नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। जिला निर्वाचन कार्यालय ने नगर निगम की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी कर दिया है। अंतिम सूची के अनुसार इस वर्ष कुल 21 लाख 61 हजार 719 मतदाता 5 अप्रैल को अपने मत का प्रयोग कर शहर सरकार का गठन करेंगे। सरकार के गठन में आधी आबादी का दबदबा रहने की उम्मीद है।
पार्षद मिलकर चुनेंगे महापौर
सूची का प्रकाशन होने के बाद वार्डों में चुनावी सरगर्मियां शुरू हो गई हैं। पार्षद पद के दावेदार मतदाता सूची खंगालने में जुट गए हैं। इस वर्ष होने जा रहे निगम चुनाव में शहर की जनता सिर्फ वार्ड पार्षद का चुनाव ही कर सकेगी। जनता द्वारा चुने गए पार्षद मिलकर महापौर चुनेंगे। महापौर का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से होने के कारण इस बार जनता सिर्फ एक बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेगी।
जयपुर शहर के दोनों नगर निगम के वार्डों में सबसे कम और सबसे ज्यादा वोटर्स के बारे में। निकाय चुनाव की तारीख घोषित होने के साथ ही जिला प्रशासन ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। जयपुर के दोनों निगम हैरिटेज और ग्रेटर की मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया है।
इसमें खास बात है कि जयपुर में विद्याधर नगर विधानसभा के वार्ड संख्या 33 में सबसे कम मतदाता हैं। इनकी संख्या 4074 है। वहीं, हैरिटेज निगम का वार्ड संख्या 62 में 5 हजार 709 मतदाता हैं। दूसरी ओर हैरिटेज निगम में आने वाला हवामहल विधानसभा का वार्ड 13 सबसे बड़ा है। इसमें 13 हजार 928 मतदाता हैं। इसके अलावा जयपुर नगर निगम ग्रेटर में विद्याधर नगर विधानसभा के कुल 42 वार्डों में सबसे ज्यादा मतदाता हैं, इनकी संख्या 332008 है।
5 अप्रैल को चुनी जाएगी शहरी सरकार
वहीं, नगर निगम हैरिटेज में हवामहल विधानसभा में कुल 26 वार्डों में सबसे ज्यादा 2 लाख 40 हजार 977 मतदाता हैं। कुल मतदाताओं की बात करें तो हैरिटेज में 9 लाख 32 हजार 808 कुल मतदाता हैं, तो ग्रेटर में 12 लाख 28 हजार 911 मतदाता हैं। दोनों निगमों में कुल 21 लाख 61 हजार 719 मतदाता 5 अप्रैल को शहरी सरकार चुनेंगे।
यह है हैरिटेज निगम की स्थिति
-किशनपोल वार्ड 62, सबसे छोटा : 5709 मतदाता
-हवामहल वार्ड 13, सबसे बड़ा : 13928 मतदाता
-हवामहल विधानसभा में कुल 26 वार्डों में सबसे ज्यादा मतदाता- 2,40,977
यह है ग्रेटर निगम की स्थिति
विधानसभा क्षेत्र वार्ड संख्या मतदाताओं की संख्या
विद्याधरनगर वार्ड सबसे छोटा 33 4074
झोटवाड़ा का वार्ड सबसे बड़ा 44 13281
विद्याधर नगर विधानसभा में कुल 42 वार्डों में सबसे ज्यादा मतदाता- 3,32,008
जिला प्रशासन और पार्टी नेता नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। जिला निर्वाचन कार्यालय ने नगर निगम की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी कर दिया है। अंतिम सूची के अनुसार इस वर्ष कुल 21 लाख 61 हजार 719 मतदाता 5 अप्रैल को अपने मत का प्रयोग कर शहर सरकार का गठन करेंगे। सरकार के गठन में आधी आबादी का दबदबा रहने की उम्मीद है।
पार्षद मिलकर चुनेंगे महापौर
सूची का प्रकाशन होने के बाद वार्डों में चुनावी सरगर्मियां शुरू हो गई हैं। पार्षद पद के दावेदार मतदाता सूची खंगालने में जुट गए हैं। इस वर्ष होने जा रहे निगम चुनाव में शहर की जनता सिर्फ वार्ड पार्षद का चुनाव ही कर सकेगी। जनता द्वारा चुने गए पार्षद मिलकर महापौर चुनेंगे। महापौर का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से होने के कारण इस बार जनता सिर्फ एक बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेगी।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें