जयपुर। राजस्थान की 14वीं विधानसभा का 11वां और अंतिम मानसून सत्र बुधवार से शुरू हुआ। पहले दिन 45 मिनट कार्यवाही चली। इसके बाद कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। पहले दिन 18 गणमान्यों के निधन पर शोकाभिव्यक्ति की गई। पहले दिन छह विधेयक पुर्स्थापन किए गए। फिलहाल 2 दिन का विधानसभा सत्र है, इसके बाद विपक्ष की मांग पर बुधवार को बिजनेस कमेटी आगे के बारे में तय करेगी।
ये अध्यादेश पेश किए गए
गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने राजस्थान लोकायुक्त तथा उप लोकायुक्त संशोधन अध्यादेश 2018 सदन की मेज पर रखा। उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने राजस्थान मूल्य परिवर्द्धित कर संशोधन अध्यादेश 2018 (2018 का अध्यादेश संख्यांक-2), राजस्थान स्टाम्प संशोधन अध्यादेश 2018 (2018 का संख्यांक 3) पेश किया।
- यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने जयपुर जल प्रदाय और मलवहन बोर्ड अध्यादेश 2018 (2018 का अध्यादेश संख्यांक-4) सदन की मेज पर रखा।
उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने जगद्गगुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय संशोधन अध्यादेश 2018 (2018 का अध्यादेश संख्यांक 5) सदन की मेज पर रखा।
प्रतिवेदन : उद्योग मंत्री राजपाल शेखावत ने कैग के 31 मार्च 2017 को समाप्त हुए वर्ष के सामान्य व सामाजिक क्षेत्र और स्थानीय निकाय के प्रतिवेदन रखे।
वित्तीय कार्य : उद्योगमंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने प्रदेश के व्यय के लिए अनुपूरक अनुदान की मांगे 2018-19 पहले संकलन का उपस्थापन किया।
विधायी कार्य : उद्योग मंत्री राजपाल शेखावत ने राजस्थान स्टाम्प संशोधन विधेयक 2018 का पुरस्थापन किया। राजपाल ने राजस्थान मूल्य परिवर्द्धित कर संशोधन विधेयक 2018, राजस्थान माल और सेवा कर संशोधन विधेयक 2018, राजस्थान लोकायुक्त तथा उप-लोकायुक्त संशोधन विधेयक 2018 का पुरस्थापन किया गया।
राजस्थान विधानसभा अधिकारियों व सदस्यों की परिलब्धियां और पेंशन संशोधन विधेयक संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने पुरस्थापित किया। पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने राजस्थान पंचायती राज संशोधन विधेयक 2018 पुरस्थापित किया।
यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने जयपुर जल मलवहन बोर्ड विधेयक 2018 सदन में पुरस्थापित किया। उन्होंने विधेयक को जारी करने के कारणों का विवरण भी सदन की मेज पर रखा। वन मंत्री गजेन्द्र सिंह ने राजस्थान वन संशोधन विधेयक 2018 पुरस्थापित किया।
विश्वविद्यालयों से जुड़े सात विधेयक सदन में हुए पुरस्थापित : चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर संशोधन विधेयक 2018 पुरस्थापित किया।
उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने ये विधेयक किए पुरस्थापित : राजस्थान निजी विश्वविद्यालयों की विधियां संशोधन विधेयक 2018, अपेक्स विश्वविद्यालय जयपुर विधेयक 2018, श्याम विश्वविद्यालय, लालसोट, दोसा विधेयक 2018, श्रीखुशाल दास विश्वविद्यालय, पीलीबंगा विधेयक 2018, लॉर्ड्स विश्वविद्यालय चिकानी, अलवर विधेयक 2018, जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2018।
प्रभारी मंत्रियों ने संशोधन विधेयक पुरस्थापित करते हुए विधेयक जारी रखने के कारणों का ब्योरा भी सदन की मेज पर रखा। सदन की आज की कार्यवाही से विधायक माणिक चंद सुराणा को अनुपस्थित रहने की अनुमति दी गई। सदन में आज विधायक गोलमा देवी, कामिनी जिंदल औऱ चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ देरी से आए।
सदन में आज विधानसभा, लोकसभा और अन्य सदनों के 18 पूर्व सदस्यों और केरल व देश के अन्य भागों में बाढ़ के मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। दो मिनट का मौन रखकर दी गई श्रद्धांजलि।
इन्हें दी गई श्रद्धांजलि
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी, छत्तीसगढ़ के तत्कालीन राज्यपाल बलराम दास टंडन, हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल उर्मिला सिंह, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर एम करुणानिधि, मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री आर के दौरेन्द्र सिंह, पूर्व लोकसभा सांसद कृष्णा कुमारी, पूर्व विधायक धर्मपाल चौधरी, पूर्व विधायक टीकम चंद, पूर्व विधायक राम कृष्ण वर्मा के निधन पर शोक प्रकट किया। साथ ही पूर्व विधायक बनवारी लाल भिंडा, प्रेम सिंह दहिया, जगन सिंह, छीतर लाल, आर्य शंकर लाल, जाट हरि सिंह, रामचंद्र, लक्ष्मण प्रसाद पटेल के निधन पर शोकाभिव्यक्ति की गई। वहीं केरल एवं देश के अन्य भागों में आई भयंकर बाढ़ के मृतकों के निधन पर शोकाभिव्यक्ति की गई।

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