जयपुर। राज्य विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन की शुरूआत हंगामे से हुई और हंगामे के चलते प्रश्नकाल की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस विधायक दल के सचेतक गोविन्द डोटासरा ने मौजूदा विधानसभा में चार हजार प्रश्न स्थगित करने पर आपत्ति जताते हुए सदन में इसका विरोध किया। डोटासरा ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र का मजाक बना रखा है। इसी मामले में सदन में मौजूद कांग्रेस व विपक्ष के अन्य सदस्यों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। इस पर मंत्री राजेंद्र राठौड़, युनूस खान सहित सत्तपक्ष के कई विधायकों ने की आपत्ति जताई और देखते ही देखते सदन में दोनों पक्षों के बीच जमकर नोंकझोंक शुरू हो गई। मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने कांग्रेस सदस्यों पर नियमों के तहत सदन में बोलने की नसीहत दी तो वहीं म्ंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सदन से भागना चाहती है। मंत्री युनूस खान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रश्नकाल नहीं चलने देन चाहती वहीं बसपा विधायक मनोज न्यांगली ने कहा,सरकार लोकतांत्रिक नहीं है और सरकार सवालों के जवाब नहीं देना चाहती। हंगामा बढ़ता देख आसन पर मौजूद विधानसभा अध्यक्ष ने कड़ा रूख किया और सख्ती के साथ हंगामा कर रहे कांग्रेसी विधायकों को कहा कि आप अध्यक्ष की व्यवस्था को चुनौती नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि आप प्रश्नकाल नहीं चलने देना चाहते इसलिए इस तरह हंगामा कर रहे है। हालांकि हंगामा नहीं रूका तो मेघवाल ने प्रश्नकाल की शेष कार्यवाही स्थगित कर दी। साथ ही सदन में प्रश्नकाल के दौरान हुई कार्यवाही को भी चर्चा से हटाने की व्यवस्था दी।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें