जयपुर वासियों की समस्या को देखते हुए विभाग तत्परता नहीं दिखा रहा है लो फ्लोर कर्मियों का कहना है राज्य सरकार और यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी की हठधर्मिता के चलते जयपुर की जनता सड़कों पर परेशान हो रही है वही हमे मजबूरन अपने हको के लिए हड़ताल करनी पड़ रही है।

जयपुर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट की रीढ़ कही जाने और लाइफ लाइन वाली लो फ्लोर बसों के कर्मचारियों की 5 वें दिन हडताल जारी है राजधानी में कुल 280 लो-फ्लोर बसों का संचालन बन्द है,रोजाना राजधानी के 3 लाख से ज्यादा यात्री परेशान हो रहे है वहीं रोजाना 24 लाख का राजस्व नुकशान होने से अब तक 1 करोड़ 20 लाख का नुकशान हो गया है लो फ्लोर कर्मचारियों की मांग है कि यूनियन राज्य सरकार से वार्तालाप करने को तैयार है लेकिन राज्य सरकार और यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी वार्ता के लिए तैयार हो हमारी 7 वें वेतन की मांग है उसको पूरा करें जयपुर वासियों की समस्या को देखते हुए विभाग तत्परता नहीं दिखा रहा है लो फ्लोर कर्मियों का कहना है राज्य सरकार और यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी की हठधर्मिता के चलते जयपुर की जनता सड़कों पर परेशान हो रही है वही हमे मजबूरन अपने हको के लिए हड़ताल करनी पड़ रही है। अगर सरकार चाहे तो 25 करोड़ की राशि देकर लो-फ्लोर के कुल 1200 कर्मचारियों का सम्पूर्ण बकाया भुगतान कर सकती है इसके अलावा संशोधित वेतन-मान के आधार पर वेतन कटौती होने से 7 वाँ वेतन-मान लगाने पर जेसीटीएसएल पर अतिरिक्त वित्तीय भार नही बढ़ रहा है
लो फ्लोर कर्मचारियों की मुख्य मांग
1.सातवाँ वेतनमान
2.बकाया एरियर का भुगतान
3.सत्र 2013 में भर्ती हुए,शेष कर्मचारियों को नियमित किया जाये
4.चिकित्सा सुविधा
5.रात्री-भत्ता
6.वेतन संशोधन के बाद सभी कर्मचारियों को पर्सनल पे(PP)दे।
7.ठेकाकर्मी चालकों को वेतन रूपये 18000/-प्रति माह किया जाये।
8.बस-सारथियों का हर माह आय टारगेट बढ़ाना बन्द करें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें