जयपुर। में फैलता हुक्का बारों का जाल : नशे की आदी होती युवा पीढ़ी
जयपुर। प्रदेश की राजधानी जयपर में नशे का कारोबार जोरों पर है।एक ओर शराब की बिक्री को सरकार स्वयं प्रोत्साहन दे रही है तो दूसरी ओर अन्य प्रकार के नशे का कारोबार भी शहर में पूरे शबाब पर है। जयपुर में काफ़ी समय से हुक्का बार चल रहे हैं। जहाँ 12 वर्ष से ले कर 20 वर्ष तक के लड़के और लड़कियाँ हुक्के के आदी हो रहे हैं।नशे के आदी बन रहे इन युवाओं में कई बड़े संभ्रांत परिवारों से सम्बन्ध रखते हैं।अधिकांश हुक्का बार शहर के जाने-माने रेस्टोरेट्स और होटलों में चल रहे हैं। इन हुक्का बारों और रेस्टोरेन्टों के मालिक देश के भविष्य बच्चों और युवाओं को जहर पिला कर हर माह करोड़ों रुपये कमा रहे हैं। पहले इनको फ्लेवर्ड हुक्के के द्वारा हल्के नशे का आदी बनाया जाता है फिर ये अन्य प्रकार के नशे के भी आदी हो जाते हैं। फिर नशे की हालत
में अनैतिक कार्य में लिप्त होना तो स्वाभाविक ही है। हालांकि समय-समय पर पुलिस द्वारा इन हुक्का बारों पर छापे भी मारे गए परन्तु कुछ दिन बंद रहने के बाद ये फिर से अपना कारोबार प्रारम्भ कर देते हैं। एक और गंभीर बात यह है कि अनेक नेताओं और बड़े अधिकारियों के करीबी रिश्तेदार भी इन में से कई हुक्का बारों के संचालक हैं।
यही कारण है कि पुलिस इन पर हाथ डालने से डरती है। पुलिसआबकारी विभाग और स्वास्थ्य विभाग या तो जान-बूझ कर इनकी ओर से आंखें मूंदे हुए हैं या फिर यह जहर का कारोबार इन्ही की मिली भगत से चल रहा है। सरकार भी इन विभागों को हुक्का बार बंद करने के लिए कोई सख्त आदेश नहीं देती इससे प्रतीत होता है कि इनको सरकार की शह प्राप्त है। यह मात्र संयोग नहीं है कि वसुंधरा सरकार के कार्यकाल में ही नशे के कारोबार में वृद्धि होती है। वास्तव में सरकार स्वयं भी राजस्व प्राप्ति की आड़ में जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है। जो भी हो हम किसी भी मूल्य पर अपने बेटे-बेटियों को नशे की दलदल में गिरते हुए नहीं देख सकते।
एक ओर सरकार को इस ओर ध्यान दे कर इन हुक्का बारों को बंद करने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ये बंद होने के बाद फिर से शुरु न हो सकें। दूसरी ओर आम जनता को भी इन्हें बन्द करवाने के लिए आगे आना होगा। यह काम जन-आन्दोलन के माध्यम से ही सम्भव है। इस कार्य में मीडिया को भी सक्रिय भूमिका निभाने है। मीडिया इन के सौदागरों की आवश्यकता मौत को उजागर करे और इस विषय में जनता को जागरुक करने का कार्य करे।

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