शुक्रवार, 21 सितंबर 2018

सचिन पायलट ने प्रदेश की मुख्यमंत्री से पूछा 30वां सवाल

जनता को हो रही भारी परेशानी के लिए भी भाजपा सरकार ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि 5 दिन से सूने पड़े रोडवेज बस स्टैंड भाजपा सरकार की हठधर्मिता को प्रदर्शित कर रहे हैं, वहीं पूरे प्रदेश में रोडवेज बस स्टैंड्स पर वेण्डर्स के रोजगार छीनने से उनकी आजीविका भी बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। 
जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से आज 30वां प्रश्न पूछा है कि रोडवेज हड़ताल के कारण प्रतिदिन लगभग 9 लाख यात्रियों को हो रही परेशानी एवं आमजन को निजी तथा लोक परिवहन सेवा के माध्यम से लुटने के लिए मजबूर करने पर क्या आप गौरव महसूस करती हैं?

पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार ने लोक परिवहन सेवा के माध्यम से लाइसेंस देकर और राष्ट्रीयकृत मार्गों को अराष्ट्रीयकृत में जान-बूझकर बदलकर रोडवेज को डुबोने का काम किया है। उन्होंने कहा कि रोडवेज के बेड़े में भाजपा सरकार बनने के बाद से नई बसों की खरीद नहीं की गई और पुरानी बसों के रखरखाव व मरम्मत के लिए बजट भी स्वीकृत नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने रोडवेज बस अड्डों को निजी कंपनियों को देने की बजट घोषणा करके अपनी पूंजीवादी सोच को उजागर कर दिया था, परंतु कांग्रेस तथा रोडवेज कर्मचारी आंदोलन के दबाव में यह जनविरोधी कदम नहीं उठा सके। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने रोडवेज की सैकड़ों करोड़ की कीमती जमीनों को भी नीलाम करने की तैयारी कर रखी थी, परंतु कांग्रेस के दबाव के कारण इस मोर्चें पर भी सरकार को अपने कदम वापस खींचने पड़े। 

उन्होंने कहा कि रोडवेज कर्मचारियों का 25 जुलाई, 2018 को परिवहन मंत्री के साथ जो भी समझौता हुआ, उसकी पालना की जिम्मेदारी सरकार की है और जब कर्मचारी समझौते की पालना नहीं होने के कारण हड़ताल पर हैं तो जनता को हो रही भारी परेशानी के लिए भी भाजपा सरकार ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि 5 दिन से सूने पड़े रोडवेज बस स्टैंड भाजपा सरकार की हठधर्मिता को प्रदर्शित कर रहे हैं, वहीं पूरे प्रदेश में रोडवेज बस स्टैंड्स पर वेण्डर्स के रोजगार छीनने से उनकी आजीविका भी बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। 

उन्होंने कहा कि उक्त परिस्थितियों के कारण प्रतिदिन जयपुर के सिंधी कैम्प केन्द्रीय बस स्टैंड से परिवहन सेवाओं का उपयोग करने वाले लगभग 55 हजार बस यात्री प्रभावित हो रहे हैं और इसी प्रकार पूरे प्रदेशभर में परिवहन व्यवस्था के ठप होने से लगभग 9 लाख से भी ज्यादा यात्रियों को आवागमन की सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है।

पायलट ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री द्वारा रोडवेज की अनदेखी करने से हुई हड़ताल के कारण प्रदेशभर में प्रतिदिन लगभग 9 लाख यात्रियों को रही परेशानी पर गौरव महसूस करती हैं।

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