शनिवार, 1 सितंबर 2018

शपथ पत्र से रोकेगी कांग्रेस चुनाव में बगावत ?

कांग्रेस ने पिछले चुनाव में भी राजस्थान में सौ रूपए का शपथ पत्र भरवाया था। इसमें कहा गया था कि कांग्रेस पार्टी द्वारा मेरे विधानसभा क्षेत्र से जिस किसी को भी पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बनाया जाएगा मैं उसके पक्ष में पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से काम करूंगा और पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध न तो निर्दलीय या अन्य दल से चुनाव लड़ूंगा और ना ही पार्टी विरोधी कार्य करूंगा। पार्टी को उम्मीद है कि यदि दावेदारों से शपथ पत्र मांगा तो चुनाव के समय पार्टी के सामने बगावत करने वाले नेताओं के तेवरों में थोडी कमी आएगी और अधिकत उम्मीदवार को विरोध नहीं झेलना पडेगा।
जयपुर । विधानसभा चुनाव में बागियों की बगावत रोकने के लिए कांग्रेस पार्टी ने नया फार्मूला निकाला है। यह फार्मूला है टिकट के दावेदारों से शपथ पत्र मांगने का। मध्यप्रदेश में तो इसे लागू किया जा चुका है और अब राजस्थान में इसे लागू करने पर पार्टी की ओर से गंभीरता से विचार विमर्श किया जा रहा है। वैसे पिछले चुनाव में फार्मूला लागू किया गया था।
 इस साल के अंत में देश के तीन राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ में विधानसभा चुनाव होने है। राजस्थान को छोडकर दोनों राज्यों में कांग्रेस पिछले 15 साल से सत्ता से बाहर है जबकि राजस्थान में यह अंतर 5 साल का है। कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार तीनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बन सकती है ऐसे में विधायक बनने का सपना देखने वाले नेताओं की संख्या बढ गई है। हर सीट पर पांच से आठ दावेदार टिकट मांग रहे है। इसलिए पार्टी के लिए उम्मीदवार का चयन करना भी बडा मुश्किल साबित हो रहा है। ऐसे में पार्टी के सामने बगावत का खतरा पैदा होने की संभावना भी बढ जाती है मध्यप्रदेश में कांग्रेस दावेदारों से शपथ पत्र मांगे जा रहे है और अब राजस्थान में इसे लागू करने को लेकर पार्टी गंभीरता से विचार विमर्श कर रही है।

 कांग्रेस ने पिछले चुनाव में भी राजस्थान में सौ रूपए का शपथ पत्र भरवाया था। इसमें कहा गया था कि कांग्रेस पार्टी द्वारा मेरे विधानसभा क्षेत्र से जिस किसी को भी पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बनाया जाएगा मैं उसके पक्ष में पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से काम करूंगा और पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध न तो निर्दलीय या अन्य दल से चुनाव लड़ूंगा और ना ही पार्टी विरोधी कार्य करूंगा। पार्टी को उम्मीद है कि यदि दावेदारों से शपथ पत्र मांगा तो चुनाव के समय पार्टी के सामने बगावत करने वाले नेताओं के तेवरों में थोडी कमी आएगी और अधिकत उम्मीदवार को विरोध नहीं झेलना पडेगा। इधर पार्टी की ओर से उम्मीदवार चयन करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। पार्टी के चारों सहप्रभारी विवेक बंसल, देवेन्द्र यादव, काजी निजामुददीन और तरूण कुमार अपनी अपनी सीटों पर उम्मीदवारों के पैनल तैयार करने में जुटे है और इसे अंतिम रूप दे रहे है। इसके बाद यह नाम स्क्रीनिंग कमेटी को सौंप देंगे और वह उम्मीदवार के नाम लगभग फाइनल करके केन्द्रीय चुनाव समिति के पास भेजेगी जो अंतिम मुहर लगाएगी। यह प्रक्रिया अक्टूबर अंत तक पूरी होने की संभावना है

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