प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने आगामी चुनाव में जीत को निश्चित करने के लिए एक्शन प्लान बनाकर उस पर काम करना शुरु कर दिया है। इसके लिए 7 मंत्रियों को तैयार किया गया है।
जयपुर। प्रदेश की भाजपा सरकार ने चुनावी साल में विपक्ष के आरोपों और हमलों का माकूल जवाब देने के लिए सात मंत्रियों की टीम तैयार की है। टीम में शामिल मंत्रियों में से प्रतिदिन एक मंत्री मीड़िया से रूबरू होंगे और प्रदेश के मौजूदा हालातों और विपक्ष के आरोपों का जवाब देंगे। हालांकि सत्ता और संगठन की इस कवायद के बाद यह तय हो गया है कि चुनावी साल में अब प्रदेश भाजपा में प्रवक्ताओं की भूमिका अप्रत्यक्ष रूप से सरकार के मंत्री ही निभाएंगे।
इन मंत्रियों को सौपी कमान
विपक्ष के हमलों और प्रदेश के राजनीति घटनाक्रम पर जवाब देने के लिए बनाई मंत्रियों की टीम में जिन सात मंत्रियों को शामिल किया गया है। उनमें सोमवार को संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़, मंगलवार को कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, बुधवार को गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, गुरूवार को परिवहन मंत्री युनुस खान, शुक्रवार को उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, शनिवार को उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी रविवार को सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री ड़ॉ अरूण चतुर्वेदी प्रेसवार्ता कर प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक हालात और घटनाक्रम पर मीड़िया में सरकार और संगठन का पक्ष रखेंगे।
पार्टी की ओर से यह भी तय किया गया है कि सूची में शामिल मंत्री जयपुर में हो तो प्रदेश भाजपा मुख्यालय में और जयपुर से बाहर हो तो जिस जिले में वो हो वहां ही प्रेसवार्ता कर मीड़िया में विपक्ष के आरोपों का जवाब दें।
उपचुनाव हार के बाद एकमुखी हुआ सत्ता और संगठन
प्रदेश में तीन सीटों पर हुए उपचुनाव में मिली हार से सबक लेते हुए प्रदेश भाजपा और संगठन पूरी तरह एकमुखी होकर सक्रियता के साथ काम कर रहे है। इसका पहला बड़ा उदाहरण संगठन की ओर से जिलों में प्रवास योजना में संगठन पदाधिकारियों के साथ मंत्रियों को जोड़ा।
वहीं सत्ता और संगठन के स्तर पर मंत्री समूह का गठन किया गया जो लगभग प्रतिदिन भाजपा मुख्यालय में बैठक कर प्रदेश के ताजा हालातों पर चिंतन मनन करने के साथ ही तुरंत उठाए जाने वालें कदमों की जानकारी सरकार को देते है। मंत्री समूह की अध्यक्षता बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी करते है।
जयपुर। प्रदेश की भाजपा सरकार ने चुनावी साल में विपक्ष के आरोपों और हमलों का माकूल जवाब देने के लिए सात मंत्रियों की टीम तैयार की है। टीम में शामिल मंत्रियों में से प्रतिदिन एक मंत्री मीड़िया से रूबरू होंगे और प्रदेश के मौजूदा हालातों और विपक्ष के आरोपों का जवाब देंगे। हालांकि सत्ता और संगठन की इस कवायद के बाद यह तय हो गया है कि चुनावी साल में अब प्रदेश भाजपा में प्रवक्ताओं की भूमिका अप्रत्यक्ष रूप से सरकार के मंत्री ही निभाएंगे।
इन मंत्रियों को सौपी कमान
विपक्ष के हमलों और प्रदेश के राजनीति घटनाक्रम पर जवाब देने के लिए बनाई मंत्रियों की टीम में जिन सात मंत्रियों को शामिल किया गया है। उनमें सोमवार को संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़, मंगलवार को कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, बुधवार को गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, गुरूवार को परिवहन मंत्री युनुस खान, शुक्रवार को उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, शनिवार को उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी रविवार को सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री ड़ॉ अरूण चतुर्वेदी प्रेसवार्ता कर प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक हालात और घटनाक्रम पर मीड़िया में सरकार और संगठन का पक्ष रखेंगे।
पार्टी की ओर से यह भी तय किया गया है कि सूची में शामिल मंत्री जयपुर में हो तो प्रदेश भाजपा मुख्यालय में और जयपुर से बाहर हो तो जिस जिले में वो हो वहां ही प्रेसवार्ता कर मीड़िया में विपक्ष के आरोपों का जवाब दें।
उपचुनाव हार के बाद एकमुखी हुआ सत्ता और संगठन
प्रदेश में तीन सीटों पर हुए उपचुनाव में मिली हार से सबक लेते हुए प्रदेश भाजपा और संगठन पूरी तरह एकमुखी होकर सक्रियता के साथ काम कर रहे है। इसका पहला बड़ा उदाहरण संगठन की ओर से जिलों में प्रवास योजना में संगठन पदाधिकारियों के साथ मंत्रियों को जोड़ा।
वहीं सत्ता और संगठन के स्तर पर मंत्री समूह का गठन किया गया जो लगभग प्रतिदिन भाजपा मुख्यालय में बैठक कर प्रदेश के ताजा हालातों पर चिंतन मनन करने के साथ ही तुरंत उठाए जाने वालें कदमों की जानकारी सरकार को देते है। मंत्री समूह की अध्यक्षता बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी करते है।

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