जीतनराम मांझी को बताया गद्दार
पटना । हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के विरोधी धड़े ने रविवार को पटना में महासम्मेलन कर राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी को पद से हटा कर गजेंद्र मांझी को नया उध्यक्ष घोषित कर दिया। साथ ही यह घोषणा भी की गई कि पार्टी का सोमवार को जदयू में विलय कर दिया जाएगा। इसे जीतनराम मांझी को बड़ा झटका माना जा रहा है।
विदित हो कि जीतनराम मांझी ने पार्टी की कार्यसमिति से परामर्श किए बिना राजग छोड़ विपक्षी महागठबंधन के साथ जाने का फैसला किया था। इसके लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव की पहल कामयाब रही थी। इससे पार्टी दो धड़ों में बंट गई है। एक गुट मांझी के साथ है तो दूसरे गुट की अगुवाई नरेंद्र सिंह कर रहे हैं। नरेंद्र सिंह गुट ने रविवार को पटना के वीरचंद पटेल पथ स्थित अवर अभियंता संघ भवन में महासम्मेलन कर जीतनराम मांझाी को हटाते हुए पार्टी के जदयू में विलय की घोषणा की है।
नरेंद्र सिंह बोले: राजग में बना रहेगा 'हम'
नरेंद्र सिंह ने कहा कि महासम्मेलन में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जीतनराम मांझी को पद से हटाने का फैसला किया। उन्होंने पार्टी के अपने धड़े को 'असली' बताते हुए कहा कि पार्टी अपनी पुरानी नीतियों पर कायम है। कहा कि 'हम' आज भी राजग का घटक दल है। उसका विपक्षी महागठबंधन से कोई नाता नहीं है।
जीतनराम मांझी को बताया गद्दार
नरेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने कभी जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बने रहने देने के लिए नीतीश कुमार का विरोध किया था। लेकिन, अब लगता है कि उनका यह फैसला गलत था। नरेंद्र सिंह ने जीतनराम मांझी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी से गद्दारी व धोखेबाजी की है।
महासम्मेलन से मांझी को लगा झटका
जीतनराम मांझी अभी तक यह कहते रहे कि 'हम' में नरेंद्र सिंह अकेले हैं। लेकिन, रविवार के महासम्मेलन में कई बड़े नेता व कार्यकर्ता दिखे। इसे जीतनराम मांझी को धक्का माना जा रहा है। उधर, अब आगे नरेंद्र सिंह के जदयू में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। जायेगी।
'हम' प्रवक्ता ने नरेंद्र सिंह को बताया पागल
इस बीच नरेंद्र सिंह के आरोपों पर 'हम' के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र सिंह मानसिक विक्षिप्त (पागल) हो गए हैं।
कौन हैं नरेंद्र सिंह
नरेंद्र सिंह बिहार के दिग्गज नेताअों में एक हैं। 1990 के दौर में सबसे पहले लालू प्रसाद के खिलाफ विद्रोह का बिगुल नरेंद्र सिंह ने ही फूंका था। तब वे लालू मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य मंत्री थे। बाद में जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बनवाने और उन्हें बड़े दलित नेता के तौर पर मज़बूत बनाने में उनकी बड़ी भूमिका रही।
पटना । हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के विरोधी धड़े ने रविवार को पटना में महासम्मेलन कर राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी को पद से हटा कर गजेंद्र मांझी को नया उध्यक्ष घोषित कर दिया। साथ ही यह घोषणा भी की गई कि पार्टी का सोमवार को जदयू में विलय कर दिया जाएगा। इसे जीतनराम मांझी को बड़ा झटका माना जा रहा है।
विदित हो कि जीतनराम मांझी ने पार्टी की कार्यसमिति से परामर्श किए बिना राजग छोड़ विपक्षी महागठबंधन के साथ जाने का फैसला किया था। इसके लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव की पहल कामयाब रही थी। इससे पार्टी दो धड़ों में बंट गई है। एक गुट मांझी के साथ है तो दूसरे गुट की अगुवाई नरेंद्र सिंह कर रहे हैं। नरेंद्र सिंह गुट ने रविवार को पटना के वीरचंद पटेल पथ स्थित अवर अभियंता संघ भवन में महासम्मेलन कर जीतनराम मांझाी को हटाते हुए पार्टी के जदयू में विलय की घोषणा की है।
नरेंद्र सिंह बोले: राजग में बना रहेगा 'हम'
नरेंद्र सिंह ने कहा कि महासम्मेलन में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जीतनराम मांझी को पद से हटाने का फैसला किया। उन्होंने पार्टी के अपने धड़े को 'असली' बताते हुए कहा कि पार्टी अपनी पुरानी नीतियों पर कायम है। कहा कि 'हम' आज भी राजग का घटक दल है। उसका विपक्षी महागठबंधन से कोई नाता नहीं है।
जीतनराम मांझी को बताया गद्दार
नरेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने कभी जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बने रहने देने के लिए नीतीश कुमार का विरोध किया था। लेकिन, अब लगता है कि उनका यह फैसला गलत था। नरेंद्र सिंह ने जीतनराम मांझी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी से गद्दारी व धोखेबाजी की है।
महासम्मेलन से मांझी को लगा झटका
जीतनराम मांझी अभी तक यह कहते रहे कि 'हम' में नरेंद्र सिंह अकेले हैं। लेकिन, रविवार के महासम्मेलन में कई बड़े नेता व कार्यकर्ता दिखे। इसे जीतनराम मांझी को धक्का माना जा रहा है। उधर, अब आगे नरेंद्र सिंह के जदयू में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। जायेगी।
'हम' प्रवक्ता ने नरेंद्र सिंह को बताया पागल
इस बीच नरेंद्र सिंह के आरोपों पर 'हम' के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र सिंह मानसिक विक्षिप्त (पागल) हो गए हैं।
कौन हैं नरेंद्र सिंह
नरेंद्र सिंह बिहार के दिग्गज नेताअों में एक हैं। 1990 के दौर में सबसे पहले लालू प्रसाद के खिलाफ विद्रोह का बिगुल नरेंद्र सिंह ने ही फूंका था। तब वे लालू मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य मंत्री थे। बाद में जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बनवाने और उन्हें बड़े दलित नेता के तौर पर मज़बूत बनाने में उनकी बड़ी भूमिका रही।

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