मंगलवार, 30 अप्रैल 2019

केंद्र सरकार के आधी सरकार चुनाव नहीं लड़ रही

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछली बार दो सीटों से चुनाव लड़े थे, इस बार एक सीट से लड़ रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी इस बार लोकसभा का का चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा के सारे बुजुर्ग नेता इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। ये बातें सब लोग जानते हैं पर इस संयोग की ओर कम लोगों का ध्यान गया है कि नरेंद्र मोदी की लगभग आधी सरकार चुनाव नहीं लड़ रही है। केंद्र सरकार के शीर्ष पांच मंत्रियों में से तीन चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। दर्जनों और मंत्री भी इस बार चुनाव मैदान में नहीं हैं। 

केंद्र सरकार के टॉप फाइव में से सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। बाकी तीन - विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्त मंत्री अरुण जेटली और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। पिछली बार सुषमा स्वराज और जेटली चुनाव लड़े थे। सुषमा जीत कर आईं थीं और जेटली हार गए थे। सो, इस बार उन्होंने लड़ने के लिए सोचा ही नहीं और निर्मला सीतारमण जहां से आती हैं वहां उनके भी जीतने के लायक कोई सीट नहीं है। सुषमा स्वराज जरूर अपनी विदिशा सीट से जीत सकती थीं पर उन्होंने सेहत के हवाले चुनाव लड़ने से मना कर दिया। 

बहरहाल, इन शीर्ष तीन मंत्रियों के अलावा देश के रेल सहित कई और मंत्रालय संभाल रहे पीयूष गोयल चुनाव मैदान से बाहर हैं तो विमानन और वाणिज्य जैसे दो मंत्रालय संभाल रहे सुरेश प्रभु भी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। केंद्र सरकार के सबसे अहम मंत्रालयों में से एक मानव संसाधन विकास मंत्रालय संभाल रहे प्रकाश जावडेकर भी न पहले चुनाव लड़े हैं और न इस बार लड़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी चुनाव क्षेत्र से बाहर हैं। इनके अलावा उमा भारती, चौधरी बीरेंद्र सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी, विजय सांपला जैसे कई और मंत्री भी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। सहयोगी पार्टियों के मंत्री जैसे रामविलास पासवान, रामदास अठावले आदि भी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। 

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