शुक्रवार, 19 अप्रैल 2019

कांग्रेस का साथ छोड़ प्रियंका चतुर्वेदी ने थामा शिवसेना का दामन

कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी  ने शिवसेना का दामन थाम लिया है ।  उन्होंने मातोश्री में संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं जानती हूं कि मेरे पूराने बयान निकाले जायेंगे, मुझे कोसा जायेगा कि मेरा मन क्यों बदल गया। मैं जानती हूं कि यह सब मेरे साथ होगा लेकिन मेरे लिए यह वक्त था जब मुझे आत्मसम्मान की लड़ाई लड़नी थी।

मेरे साथ जो हुआ उससे नयी पीढ़ी की जो महिलाएं राजनीति में आना चाहती हैं उन्हें मैं क्या संदेश देती इसलिए मैं यह फैसला ले रही हूं।  मैं सेवाभाव के साथ शिवसेना से जुड़ रही हूं। मैं कुछ नहीं चाहती मुझे जो जिम्मेदारी मिलेगी पार्टी की तरफ से काम मिलेगा वह मैं पूरी ईमानदारी से करूंगी।  शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, मैं प्रियंका का शिवसेना में स्वागत करता हूं। उन्होंने पार्टी के लिए काम करने की इच्छा जतायी है। 

यह गलत है कि मैं टिकट ना मिलने से नाराज होकर पार्टी छोड़ रही हूं, यह जरूर है कि मैं चुनाव लड़ना चाहती थी। अगर हम महिलाओं के अधिकार की बात करते हैं, तो हमें उसे पूरा करना होगा। अगर किसी बच्ची के साथ कुछ हुआ और वह अपनी मां से वह साझा करे  और मां उस वक्त साथ ना दे तो तकलीफ होती है, वही मेरे साथ हुआ मैंने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी लेकिन उन्हें दोबारा पार्टी में शामिल कर लिया गया। 

मथुरा में अपने साथ कथित तौर पर बदसलूकी करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुई अनुशासनात्मक कार्रवाई को निरस्त किये जाने से नाराज चल रहीं प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था । इसके साथ ही उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पार्टी के प्रवक्ता होने का उल्लेख हटा दिया।

मथुरा में कथित तौर पर बदसलूकी करने वाले कार्यकर्ताओं को फिर से पार्टी में वापस लिए जाने पर प्रियंका ने खुलकर विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने गत 17 अप्रैल को ट्वीट कर कहा था, ‘‘बड़े ही दुख की बात है कि पार्टी खून-पसीना देकर काम करने वालों की बजाय मारपीट करने वाले गुंडों को अधिक वरीयता देती है। पार्टी के लिए मैंने अभद्र भाषा से लेकर हाथापाई तक झेली, लेकिन फिर भी जिन लोगों ने मुझे पार्टी के अंदर धमकी दी, उनके खिलाफ कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं।‘'

दरअसल, पिछले दिनों प्रियंका राफेल मामले पर संवाददाता सम्मेलन करने के लिए मथुरा में थीं जहां पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने उनके साथ कथित तौर पर बदसलूकी थी। उनकी शिकायत पर इन कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। बाद में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कार्यकर्ताओं द्वारा खेद प्रकट करने के बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को निरस्त किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि यूपीसीसी के इस कदम से नाराज प्रियंका ने ट्वीट करने के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अपनी नाराजगी से अवगत कराया था।

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