गुरुवार, 18 अप्रैल 2019

प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आते ही बेखौफ हुए अपराधी : कालीचरण सराफ


जयपुर । पूर्व मंत्री एवं विधायक कालीचरण सराफ ने प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शासन आने के बाद से ही प्रदेश में अपराध की घटनाऐं सामने आ रही है, जिसके चलते लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। प्रदेश के मुख्यमंत्री और पूरी सरकार चुनाव प्रचार में व्यस्त है। अपराधी बेखौफ अपराध कर रहे है। पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है। प्रदेश की जनता भगवान भरोसे है। 

सराफ ने कहा कि प्रदेश में एक ही दिन में दो अपहरण की घटनाऐं घटित हुई है। जिसमें सीकर जिले के नागवां गाँव में शादी के बाद विदा हुई दुल्हन का अपराधियों ने हथियारों के बल पर अपहरण किया, वहीं झालावाड़ स्थित पिण्डवाडा के बिजनिया गाँव में बाइक पर अपने परिजन के साथ जा रहे बच्चे का अपहरण कर लिया गया और उदयपुर स्थित सलूम्बर के जावद गाँव में दलित समाज की दो बेटियों की बिन्दौली को रोका गया और उन्हें घोड़ी से उतारकर मारपीट भी की गई। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश में अपराधियों के हौंसले किस कदर बुलन्द है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर में महिला शिक्षिका के ऊपर तेजाब फेंक दिया जाता है, धौलपुर में अपराधियों ने एस.पी. पर गोली चला दी, घरों में घुसकर अपराधी चैन तोड़ने जैसी वारदात को अंजाम दे रहे है। यह सभी घटनाऐं अपने आप में सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है। 

सराफ ने कहा कि प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत द्वारा भारतीय सेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक पर सबूत मांगा जाता है और वहीं उनका यह कहना कि पाक भी सर्जिकल स्ट्राइक करता है, लेकिन बताता नहीं है। इस पर सराफ ने कहा कि ये जानकारी गहलोत को कहाँ से मिली, क्या वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से हाॅटलाइन पर जुड़े हुए है ? 

सराफ ने कहा कि गहलोत द्वारा देश के महामहिम राष्ट्रपति पर जातिवादी टिप्पणी करना भारत के सर्वोच्च पद पर बैठे विद्वान राष्ट्रपति का अपमान करना है। गहलोत ने ना केवल राष्ट्रपति के संवैधानिक पद का अपमान किया है बल्कि पूरे दलित समाज का भी अपमान किया है। 

सराफ ने कहा कि गहलोत राष्ट्रवाद की बात करते हैं लेकिन कांग्रेस के घोषणा-पत्र में देशद्रोह के कानून को खत्म करने की घोषणा करना, कश्मीर में 370 और 35ए को बनाकर रखने की बात करना और सेना को मिले विशेषाधिकार को छीनने की बात करना और जे.एन.यू. में जाकर ‘‘भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशा अल्लाह-इंशा अल्लाह करने वालों को समर्थन करना’’, क्या यही गहलोत और कांग्रेस का असली राष्ट्रवाद है। 

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