शुक्रवार, 2 अक्टूबर 2020

राज्य सरकार ने 'नो मास्क नो एंट्री' जनआंदोलन की शुरुआत

 

जयपुर।।राज्य सरकार ने गांधी जयंती पर आज कोरोना के खिलाफ जन आंदोलन का आगाज किया। राजधानी जयपुर में अलबर्ट हॉल रामनिवास बाग से राज्य स्तरीय कार्यक्रम के जरिए 'नो मास्क नो एंट्री' जनआंदोलन की शुरुआत की गई। प्रदेश में लोगों को समझाइश के आधार पर मास्क लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा तथा सरकार लोगों में करीब एक करोड़ मास्क का वितरण करेगी। कल से यह आंदोलन प्रदेश के सभी जिलों में शुरू किया जाएगा। जिला कलेक्टरों को आंदोलन का नोडल अधिकारी बनाया गया है। 



जन आंदोलन का आगाज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को करना था, लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के कारण कार्यक्रम में नहीं आ सके। इसके बाद स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, स्वास्थ्यमंत्री रघु शर्मा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मौके पर अशोक गहलोत के मंत्री, विधायक, मुख्य सचिव तथा अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष ने कोरोना बचाव के स्टीकर, पोस्टर का विमोचन किया तथा मास्क वेंडिंग मशीन का भी शुभारंभ किया।  



स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने  महामारी से लोगों को बचाने के लिए हर कदम उठाया। प्रदेश में टेस्टिंग सुविधा बढ़ाई, वेंटीलेटर,  बेड पर्याप्त मात्रा में तैयार किए गए। देश में हमारा रिकवरी रेट 84% है, जो सर्वश्रेष्ठ है। अनलॉक होने के बाद मृत्युदर में कमी देखकर लोगों में लापरवाही बढ़ गई। लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं, जिससे प्रदेश में संक्रमित केस बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों की राय है कि कोरोना संक्रमण को मास्क से ही रोका जा सकता है। ऐसे में मास्क के लिए जनआंदोलन शुरू किया गया है। सरकार ने एक करोड़ मास्क तैयार करवाये हैं। एक महीने में इस आंदोलन से प्रदेश के साढ़े सात करोड़ लोगों को जोड़ना है। 


शिक्षा मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा जनता को समझाएं कि कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय मास्क है। कोरोना के खिलाफ राजस्थान में काम हुआ, वैसा कहीं नहीं हुआ। अब कोरोना संक्रमण खत्म करने के लिए लोगों को मास्क पहनने  के लिए समझायेंगे। 


परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा मुख्यमंत्री अस्वस्थ होने के कारण उपस्थित नहीं हुए, लेकिन सरकार का एक ही संकल्प है कोरोना से बचाव। मैं खुद कोरोना पॉजिटिव हुआ, मेरे कारण मां और परिजन भी संक्रमित हुए। मैं पहले खुद मास्क ठीक ढंग से नहीं लगाता था, लेकिन अब पूरी पालना कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि हमें संकल्प लेना होगा कि खुद मास्क पहनेंगे, सबको टोकने का काम करेंगे।  



नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा, आज पूरी दुनिया महामारी से लड़ रही है। कोरोना से लड़ने के लिए राज्य सरकार ने जन आंदोलन शुरू किया है। लेकिन जनता सहयोग नहीं करेगी तब तक कोरोना के खिलाफ लड़ाई  संभव नहीं है। काढ़ा गांजा पीने से कोरोना ठीक हाेने की अफवाह उड़ाई जा रही है, जो सही नहीं है। इस महामारी से बचने का एक मात्र मंत्र पहचान, टेस्ट और इलाज है। संक्रमण  से बचने के लिए सुरक्षा मानकों का पालन जरूरी है। काेरोना न तो अमिताभ बच्चन काे जनता है, न कंगना को,  वह तो अपना शिकार बनाता है। कोरोना अमीर गरीब को नहीं देखता है, सबको चपेट में लेता है। नो मास्क नो एंट्री को जनआंदोलन बनाना है। प्रदेश में सभी जिलों में कल से अभियान चलेगा। कलेक्टर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मास्क वितरित करने में सबका सहयोग लेंगे। देश मे वो ही आंदोलन सफ़ल हुआ है जिसमे जनता जुड़ी है। 


विधानसभा अध्यक्ष CP जोशी ने कोरोना के खिलाफ जनआंदोलन शुरू करने का निर्णय लेने पर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि डॉक्टरी में प्रिवेंटिव दवा का भी उपयोग है। बीमारी से बचाव के लिए भी दवा जरूरी होती है। ऐसे में मास्क का उपयोग कोरोना संक्रणम से बचाव में प्रिवेंटिव दवा का काम करेगा। सरकार ने जनआंदोलन का दिन महात्मा गांधी शास्त्री जयंती पर चुना है जो अच्छा कदम है।   लोगों को जाति धर्म से उपर उठकर आंदोलन को सफल बनाना चाहिए। 


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