सरकार की नीयत पर शेखावत ने उठाए सवाल।कहा - सारे नियम और कायदे ताक पर रखकर वार्ड पुनर्गठन किया गया। वार्ड में कांग्रेस किस तरह विजय हासिल करे?केवल मात्र इस एक आधार पर सभी वार्डों का पुनर्गठन करने की कोशिश की गई।वार्ड के पुनर्गठन से वोटर और उसके मन के भाव का पुनर्गठन नहीं कर सकते। राजस्थान की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है।लिहाजा प्रतिशोध की अग्नि में जल रही है जनता। बिजली के बिल का करंट जनता के दिमाग में दौड़ रहा है।बेरोजगारों को भत्ता नहीं मिला है। प्रदेश के किसान की आंख में से खून के आंसू टपक रहे हैं ।जहां कहीं जनता को मौका मिलेगा। जनता कांग्रेस सरकार से हिसाब चुकता जरूर करेगी।
जगजाहिर - विधायकों के चेहरे से मुस्कान गायब
गजेंद्र सिंह शेखावत बोले। विधायकों को करनी पड़ी है लंबी एक्सरसाइज।एक-एक सीट पर हुआ है डिस्कशन।ऐसे में ज्यादा काम के चलते हो सकती है थकान संभव ।वार्ड और सीटों की संख्या बढ़ने से काफी लंबी देर तक काम करना पड़ा है।मैं पूरी देर था विधायकों के साथ। चर्चा में कहीं भी बड़ा टकराव आपस में नहीं हुआ।जितने छोटे स्तर का चुनाव होगा उतना ही ज्यादा टकराव हो सकता है।
लेकिन इस बार पार्टी में ऐसा कोई टकराव नहीं ।लोकतंत्र में व्यक्ति के विचार का विरोध हो सकता है।लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए ।बीजेपी की यही ताकत है। बीजेपी में मन भेद नहीं है।एक बार फैसला होने के बाद सभी उस पर अडिग रहते हैं।
वसुंधरा राजे से जुड़े सवालों को मुस्कुरा कर टाल गए गजेंद्र सिंह शेखावत।
कहा - यह सिर्फ पत्रकार मित्रों के हैं कयास। बीजेपी में किसी तरह के टकराव की स्थिति नहीं देखने को मिलेगी ।
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