भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय मंत्री डॉ अलका गुर्जर ने बयान जारी कर कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की जगह कुर्सी बचाओ अभियान में जुटी राजस्थान सरकार की अनदेखी के कारण इस योजना के लिये केंद्र द्वारा आवंटित 53 करोड़ रूपये की राशि का बजट कार्य योजना के अभाव में लैप्स हो गया है।
डॉ अलका गुर्जर ने कहा कि राज्य सरकार के लिए बेटियों और महिलाओं का कोई महत्व नहीं है और NCRB के आंकड़े बता रहे हैं कि महिलाओं के प्रति अपराधों के मामलों में राजस्थान पूरे देश में दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है। महिला बाल विकास के लिए आवंटित बजट राशि का भी राजस्थान में मात्र 32% उपयोग हुआ है और निर्भया फंड की राशि का भी कोई उपयोग नहीं हुआ है।
डॉ अलका गुर्जर ने मांग की कि राजस्थान सरकार बेटियों, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें तथा राजस्थान को आपराधिक मानचित्र का सिरमौर बनने से रोके।

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