शुक्रवार, 4 जनवरी 2019

गहलोत सरकार ने वकील को दिया तोहफा

जयपुर ।  राजस्थान सरकार ने 9 अतिरिक्त महाधिवक्ता नियुक्त किए हैं। विधि एवं विधिक कार्य विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार, सत्येन्द्र राघव,  विभूति भूषण शर्मा, मेजर आर.पी. सिंह, गणेश मीणा, राजेश महर्षि,  चिरंजीलाल सैनी, गणेश परिहार, शीतल मिर्धा एवं अनिल मेहता को राज्य का अतिरिक्त महाधिवक्ता नियुक्त किया गया है। 

इन अतिरिक्त महाधिवक्ताओं का मुख्यालय जयपुर रहेगा व इनको नियमानुसार वेतन, भत्ते सहित अन्य सुविधाएं देय होंगी।


 लेकिन, इनमें  से सबसे खास नाम विभूति भूषण शर्मा का बना हुआ है। उन्हें अतिरिक्त महाधिवक्ता बनाने के बाद सियासी चर्चाओं का दौर तेज बना हुआ है। दरअसल, विभूति भूषण शर्मा वही हैं, जिन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा को लेकर सवाल खड़े करते हुए हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। उन्होंने इस याचिका में बताया था कि गौरव यात्रा के दौरान सरकारी धन के साथ ही मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने चुनाव के बीच भाजपा को बड़ा झटका  दिया था। कोर्ट ने याचिका की सुनवाई के बाद फैसला देते हुए सख्त निर्देश दिए थे। 



कोर्ट ने कहा था कि 'राजस्थान गौरव यात्रा' के साथ किसी भी तरह का सरकारी कार्यक्रम नहीं होगा. साथ ही कहा कि यात्रा वाले दिन सरकार के नाम पर कोई भी आयोजन नहीं होगा। कोर्ट के इस फैसले को कांग्रेस ने चुनाव के दौरान भी खूब भुनाया था। चुनाव के कांग्रेस की सरकार बनने  पर अब विभूति भूषण अतिरिक्त महाधिवक्ता बनाए जाने पर सियासी चर्चा तेज है। माना जा रहा है कि गहलोत सरकार ने अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में उन्हें तोहफा दिया है। 

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