जयपुर । केंद्रीय मंत्री और राजस्थान में भाजपा के लोकसभा चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी विदेशी हाथों में खेल रही है। अभी सोमवार को ईवीएम हैकिंग का मामला उठाया है आगे और भी कांग्रेस पार्टी नाटक करेगी। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को लोकसभा चुनाव में हार का बहाना चाहिए, इसलिए ईवीएम हैकिंग का मुद्दा उठा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की तरफ से मोदी पीएम पद का फिर से चेहरा है, जबकि महागठबंधन हो या विपक्ष, इनके पास कोई चेहरा नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की जनता आगामी लोकसभा चुनाव में तीन प्रश्नों पर वोट करेगी। पहला क्या विकास चाहिये या भ्रष्टाचार, दूसरा मजबूत सरकार चाहिये या मजबूर सरकार और तीसरा प्रश्न यह की मोदी का नेतृत्व चाहिये, या अराजकता का नेतृत्व। जावड़ेकर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को पहले से ज्यादा सीटें मिलेगी।
वही मेहुल चौकसी के मुद्दे के सवाल पर जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि चाहे नीरव मोदी हो, या विजय माल्या या मेहुल चौकसी। इन सभी भगौड़ों को पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के वक्त बैंकों ने दबाव के चलते लोन दिया था। लेकिन जब मोदी सरकार सत्ता में आई और नए-नए कानून सामने आए, तो इन लोगों को भागना पड़ा। लेकिन इन सभी भगौड़ों को मोदी सरकार वापस लेकर आयेगी।
प्रेस वार्ता में जावड़ेकर ने कहा कि राजस्थान में गहलोत सरकार सत्ता में आने के बाद चाहे किसानों की कर्जमाफी हो, या बेरोजगारी भत्ता, सभी मामलों में विफल साबित हो रही है। जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तेजाब फिल्म की तरह एक-दो-तीन-चार जैसी बात कहकर दस दिन के अंदर किसानों की कर्जमाफी की बात कही थी।
हालांकि गहलोत सरकार ने कर्जमाफी का घोषणा पत्र जैसा आदेश भी निकाला है, लेकिन अभी तक किसानों को कोई राहत नहीं मिली है। इसके अलावा बेरोजगारी भत्ता 3500 रुपये प्रतिमाह देने की बात कही गई थी, लेकिन अभी तक यह भी प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है, कौन से बेरोजगार युवाओं को यह भत्ता मिलेगा।
प्रेस वार्ता में जावड़ेकर ने कहा कि राजस्थान में गहलोत सरकार सत्ता में आने के बाद चाहे किसानों की कर्जमाफी हो, या बेरोजगारी भत्ता, सभी मामलों में विफल साबित हो रही है। जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तेजाब फिल्म की तरह एक-दो-तीन-चार जैसी बात कहकर दस दिन के अंदर किसानों की कर्जमाफी की बात कही थी।
हालांकि गहलोत सरकार ने कर्जमाफी का घोषणा पत्र जैसा आदेश भी निकाला है, लेकिन अभी तक किसानों को कोई राहत नहीं मिली है। इसके अलावा बेरोजगारी भत्ता 3500 रुपये प्रतिमाह देने की बात कही गई थी, लेकिन अभी तक यह भी प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है, कौन से बेरोजगार युवाओं को यह भत्ता मिलेगा।

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