शनिवार, 26 जनवरी 2019

मतदाता समझें एक-एक वोट की कीमत - आयुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग

जयपुर । राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त  प्रेम सिंह मेहरा ने कहा कि एक-एक वोट लोकतंत्र प्रणाली को मजबूत करता है। ऎसे में केवल अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवाना पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से अब तक आयोग और निर्वाचन विभाग द्वारा जो भी नवाचार किए गए हैं, उन सबका मकसद ‘कोई भी मतदाता छूटे नहीं‘ रहा है। मतदाता को भी अपने मत की कीमत समझकर ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान प्रक्रिया का हिस्सा बनना चाहिए।   

 मेहरा  जयपुर के हरिशचंद्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान (एचसीएम, रीपा) में आयोजित 9वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त  सुनील अरोड़ा का राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर देश की जनता के नाम संदेश का वीडियो द्वारा प्रसारण किया गया। 

राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त ने कहा कि युवा और नए मतदाताओं का अधिकाधिक पंजीयन हो और पंजीयन मतदान में भी बदले तो आने वाले समय में प्रदेश की तस्वीर कुछ और होगी। उन्होंने कहा कि 1952 से लेकर 2014 तक हुए सभी चुनावों में निर्वाचन विभाग, जिला स्तर के अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने में अपनी-अपनी भूमिका बखूबी निभाई है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों का निर्वहन आने वाले चुनाव में और भी बेहतर तरीके से किया जाना चाहिए। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव  डीबी गुप्ता ने कहा कि देश में युवाओं की तादात सबसे ज्यादा है और हम सभी को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए युवा शक्ति को और अधिक प्रोत्साहित और जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि युवा मतदाताओं को चुनावी प्रक्रिया के बारे में समझाना होगा ताकि वे मेरिट के आधार पर मताधिकार का प्रयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में 74 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ है। यह नंबर जब 80-90 प्रतिशत तक पहुंचेगा तो प्रजातंत्र और अधिक मजबूत होगा। 

 गुप्ता ने कहा कि मतदाताओं को विधानसभा चुनाव में सभी तरह की आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। यही वजह रही कि बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने अच्छी संख्या में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा हाल ही शुरू किए गए वीएएफ (वोटर अवेयरनेस फोरम) की तारीफ करते हुए कहा कि इसके जरिए सरकारी, गैर सरकारी, कॉर्पोरेट क्षेत्र के मतदाता चुनावी प्रक्रिया से जुड़ सकेंगे। यह प्रक्रिया स्थाई रहेगी। उन्होंने वीएएफ को मजबूत बनाते हुए अपने विवेक के साथ निष्पक्ष और भय रहित मतदान करने का आव्हान भी किया। 

इस अवसर पर एचसीएम, रीपा की महानिदेशक सुश्री गुरजोत कौर ने सभी मतदाताओं को मतदाता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए सभी मतदाताओं की भागीदारी जरूरी है। मताधिकार के उपयोग से ही देश के प्रति गर्व की भावना पनपती है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन के लिए ‘सुगम मतदान‘ की थीम पर जो प्रयोग किए गए वे काफी हद तक सफल रहे। उन्होंने कहा कि आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के निवासी हैं। 

मुख्य निर्वाचन अधिकारी  आनंद कुमार ने बताया कि देश भर में 8 लाख से ज्यादा और प्रदेश में 51 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। उन्होंने निर्वाचन विभाग के माध्यम से स्वतंत्र-निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान करवाने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण, मतदान के प्रति आम मतदाता का रूझान और अधिक बढ़ाने के लिए स्वीप कार्यक्रम के जरिए व्यापक स्तर पर जन-जागृति फैलाने का कार्य किया गया। आम मतदाता को ईवीएम-वीवीपैट के जरिए सुगम मतदान की प्रक्रिया समझाई गई, जिससे विधानसभा चुनाव के दौरान करीब 75 प्रतिशत मतदान सुनिश्चित हुआ। उन्होंने सभी जिला अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सुगम मतदान की थीम पर जिलों में अच्छा कार्य किया गया। 

 कुमार ने कहा कि दिव्यांगजन अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें इसके लिए पहली बार उन्हें घर से लाने ले जाने के लिए सरकारी वाहनों की व्यवस्था की गई। यही नहीं 12 हजार से ज्यादा व्हील चेयर मतदान केंद्रों पर उपलब्ध गइर्ं और प्रत्येक मतदान केंद्र पर उनके सहयोग के लिए दो-दो कैडेट्स भी नियोजित किए गए। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर ‘सी-विजिल‘ एप के माध्यम से 100 मिनट में शिकायतों का निस्तारण किया गया। राजस्थान जैसे विशाल राज्य में मतदान प्रक्रिया की सफलता में राज्य सरकार के साथ ही समस्त जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी सहित जिला स्तर की टीम ने पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया। 

कार्यक्रम में विभाग के ब्रांड एंबेसेडर पैरा ओलंपिक विजेता और पदमश्री  देवेंद्र झांझडिया और निशानेबाज सुश्री अपूर्वी चंदेला ने भी मतदाताओं से अधिकाधिक संख्या में मतदान करने की अपील की। इस दौरान नव मतदाताओं को मतदाता पहचान पत्र देकर भी सम्मानित किया गया और आईसीजी की छात्राओं ने मतदान के प्रति जागरूकता लाने के लिए लघु नाटिका प्रस्तुत की। इस अवसर पर अतिथियों ने स्वीप प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा मतदाता जारूकता संबंधी पोस्टर का लोकार्पण भी किया।   

कार्यक्रम में जयपुर के संभागीय आयुक्त  केसी वर्मा, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. जोगाराम सहित बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं और अधिकारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में जयपुर जिला कलक्टर  जगरूप यादव ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। 

इन अधिकारी-कर्मचारियों को मिला सम्मान  
इस अवसर पर तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी, चित्तौड़गढ़  इंद्रजीत सिंह, राजसमंद जिला निर्वाचन अधिकारी  श्याम लाल गुर्जर, जिला निर्वाचन अधिकारी, कोटा  गौरव गोयल और जिला निर्वाचन अधिकारी, हनुमानगढ़  दिनेश जैन शामिल हैं। इसी तरह विशेष पुरस्कार की श्रेणी में तत्कालीन जिला कार्यकारी अधिकारी चित्तौड़गढ़  अंकित कुमार सिंह, जिला कार्यकारी अधिकारी, जयपुर  आलोक रंजन, जिला कार्यकारी अधिकारी, हनुमानगढ़  नवनीत कुमार साथ ही जिला सूचना अधिकारी  हनुमान सिंह गहलोत, अतिरिक्त नोडल ऑफिसर (ईवीएम) पाली श्री सुरेन्द्र जैन और राजस्थान स्काउट गाइड, जयपुर को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर सीकर के उप जिला निर्वाचन अधिकारी  जयप्रकाश और नागौर के उप जिला निर्वाचन अधिकारी  ब्रजेश कुमार चंदेलिया को भी पुरस्कृत किया गया।  

इसी तरह चुरू (राजगढ़) के रिटर्निंग ऑफिसर  सुभाष कुमार, पाली (बाली) के रिटर्निंग ऑफिसर डॉ. भास्कर विश्नोई, सीकर (खंडेला) के रिटर्निंग ऑफिसर  भागीरथ, झालावाड़ (मनोहरथाना) के रिटर्निंग ऑफिसर  दिनेश चंद्र धाकड़, उदयपुर ग्रामीण के रिटर्निंग ऑफिसर  लोकबंधु, जयपुर (हवामहल) के रिटर्निंग ऑफिसर  प्रियव्रत सिंह चारण और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर पाली (जैतारण)  रमेश चंद्र बहेडिया और उदयपुर (झाडौल) के  मनसुख डामोर को पुरस्कृत किया गया। 

बूथ लेवल ऑफिसर्स की कड़ी में प्रतापगढ़ (182) श्री राकेश शर्मा, चुरू (123)  पवन कुमार गौड़, उदयपुर (खैरवाड़ा-238)  विक्टर भील, श्रीगंगानगर के  सुरेन्द्र कुमार टोकसिया, नागौर (नावां)  मनसुख लाल, बूंदी (हिंडौली) के  मुकेश कुमार सैनी, झालावाड़ (मनोहरथाना) के  आफताब अहमद, जैसलमेर (पोकरण) के  अमानुल्ला, जोधपुर (लूणी) के  नरेन्द्र सिंह और सीकर (दांता) के  बसंत कुमार शर्मा को पुरस्कृत किया गया। 

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